इंदौर। आने वाले समय में इंदौर का विकास होगा। देश के बड़े एयरपोर्ट की तरह इंदौर एयरपोर्ट पर भी दो रनवे की आवश्यकता होगी। हमने इसकी योजना तैयार की है। इसके लिए एयरपोर्ट के आसपास करीब 2335 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है। शुक्रवार को एयरपोर्ट सलाहकार समिति की बैठक के बाद सांसद शंकर लालवानी ने मीडिया से चर्चा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जब इंदौर एयरपोर्ट पर ज्यादा विमान आने लगेंगे तो हमें दिल्ली-मुंबई की तरह दो रनवे भी बनाने होंगे। अभी भले ही इसकी जरूरत न हो, लेकिन कुछ सालों बाद शहर को इसकी जरूरत होगी। इसके लिए सिरपुर, नैनोद, नावदा पंथ की जमीन अधिगृहित की जाएगी। इन इलाकों में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण नहीं हो, इसलिए निर्माण अनुमतियों पर भी रोक लगाई जाएगी।
प्रबंधन से भी कहा है कि हाईराइज को अनुमति नहीं दी जाए। लालवानी ने बताया कि उषाराजे ट्रस्ट से जीती गई 20.84 एकड़ जमीन इंदौर एयरपोर्ट को आवंटित की थी, लेकिन वन विभाग की ओर से क्लियरेंस नहीं मिल से यह अब तक नहीं मिल पाई है। इसके लिए जरूरी 1.43 करोड़ भी जमा किए जा चुके हैं। यह मंजूरी केंद्रीय वन मंत्रालय से मिलना है। इसके लिए केंद्रीय मंत्री से चर्चा जारी है। अगस्त तक यह जमीन हमें मिल जाएगी। इधर सुपर कॉरिडोर के एक्सटेंशन का काम भी अंतिम चरण में है। यहां पर कुछ बाधाएं हैं जिसके लिए आइडीए के अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही है।
पहले से चल रहे काम जारी रहेंगे
लालवानी ने कहा कि एयरपोर्ट पर 700 करोड़ से नया टर्मिनल बनाने की योजना थी, पर हमारा एयरपोर्ट भी केंद्र की निजीकरण वाले एयरपोर्ट की सूची में शामिल है इसलिए अभी इस प्रोजेक्ट पर रोक लगाई है। हालांकि पहले से चल रहे काम जारी रहेंगे। इनमें 15 विमानों के लिए नई पार्किंग, रनवे के समानांतर टैक्सी वे जैसे काम चल रहे हैं। इसके अलावा एक नया एयरोब्रिज भी बन रहा है।
घर से कार्गो ले जाएगी एयरलाइंस
सांसद ने कहा कि कार्गो को लेकर विशेष ध्यान है। एयरपोर्ट से कार्गो परिवहन बढ़ाने के लिए 18 और 21 जुलाई को एक्सपोर्टर्स, उद्योगपतियों, एयरलाइंस और एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि सीधी अंतरराष्ट्रीय कार्गो फ्लाइट शुरू की जाएगी। एयर एशिया जल्द ही इंदौर से डोर टू डोर कार्गो कलेक्शन कर दुनिया के किसी भी कोने में पहुंचाने की भी सुविधा देगी।
निरीक्षण के लिए सुबह ही पहुंच गए समिति के सदस्य
एयरपोर्ट पर सलाहकार समिति की बैठक के लिए दो सदस्य सुबह से ही एयरपोर्ट पहुंच गए थे। उन्हें प्रबंधन ने वीआइपी लाउंज में बैठाया। दोनों सदस्यों ने एयरपोर्ट के निरीक्षण की मांग की, लेकिन एयरपोर्ट डायरेक्टर अर्यमा सान्याल ने उन्हें कहा कि बैठक से पहले पूरी कमेटी को साथ में निरीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद उन्हें वहीं बैठाया गया। इधर, शाम को जब बैठक हुई, उस समय सांसद ने एयरपोर्ट का निरीक्षण करने के लिए कहा तो दोनों ने इन्कार कर दिया।