Political News : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद देश में सियासी हलचल तेज है। जीतने वाले जश्न मना रहे हैं, तो हारने वाले मंथन में जुटे हैं। यूपी के साथ ही उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही शपथ ग्रहण समारोह होंगे। इस बीच, योगी आदित्यनाथ दिल्ली में हैं और लगातार भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की।
भगवंत मान ने छोड़ी संसद की सदस्यता, 16 मार्च को लेंगे पंजाब CM पद की शपथ
पंजाब में ऐतिहासिक जीत के बाद पार्टी यहां सरकार बनाने जा रही है। भगवंत मान 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले सोमवार को उन्होंने संसद की सदस्यता छोड़ दी। बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन भगवंत मान लोकसभा पहुंचे। उन्होंने कहा, मुझे इस सदन की कमी खलेगी। पंजाब ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। लेकिन मैं संगरूर के लोगों से वादा करता हूं कि जल्द ही सदन में एक साहसिक आवाज गूंजेगी। मैं उन लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने अपने बेटे पर भरोसा किया और वोट दिया।
इससे पहले भगवंत मान ने ट्वीट किया, मैं लोगों से 16 मार्च (शपथ ग्रहण समारोह के लिए) खटकर कलां पहुंचने का अनुरोध करता हूं। मैं अपने भाइयों से अनुरोध करता हूं कि उस दिन पीली पगड़ी पहनें और बहनें पीली शॉल/स्टोल पहनें। हम उस दिन खतर कलां को ‘बसंती रंग’ में रंगेंगे।
उत्तराखंड में प्रदेश भाजपा संगठन में हो सकता है बदलाव
उत्तराखंड में फिर से भाजपा की सरकार बनने के मद्देनजर अब प्रदेश भाजपा संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है। माना जा रहा है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को सरकार में जिम्मेदारी सौंपे जाने की स्थिति में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को अमल में लाया जाएगा। इस दृष्टिकोण से नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा होने लगी है। यद्यपि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस विषय पर नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश की भाजपा सरकार में पिछले वर्ष मार्च में हुए पहले नेतृत्व परिवर्तन के साथ ही प्रदेश भाजपा के नेतृत्व में भी बदलाव किया गया था। तब प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देख रहे पूर्व मंत्री बंशीधर भगत को सरकार में मंत्री बनाया गया। भगत के स्थान पर त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता रहे मदन कौशिक को जिम्मेदारी दी गई। कौशिक के अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत हासिल किया है।