दो समलैंगिक दोस्तो का वीडियो बनाकर एक युवक कर रहा था ब्लैकमेल,समलैंगिक गैंग ने युवक के कर दिये कई टुकड़े, शव नाले में फेंका
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में लापता 22 साल के एलएलबी छात्र यश रस्तोगी का शव एक नाले से बरामद कर लिया है. युवक को मारकर उसकी लाश बोरे में बंद करके नाले में फेंक दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को हिरासत में लिया है. आरोपियों ने मृतक यश से अप्राकृतिक संबंध होने की बात कबूली है. दरअसल, मेडिकल थाना इलाके के जागृति विहार सेक्टर-6 में अनिल रस्तोगी का परिवार रहता है. उनका बेटा यश (22 साल) एलएलबी का छात्र है. परिजनों के अनुसार, 26 जून की शाम 4 बजे यश स्कूटी लेकर घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा. इसकी सूचना मेडिकल थाना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदा की तलाश शुरू की. पुलिस ने जब मोबाइल की लोकेशन निकाली तो यश की आखिरी लोकेशन मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र की निकली. जिसके बाद कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने अलीशान ,सलमान और शावेज़ को हिरासत में लिया. पुलिस ने तीनों से पूछताछ की तो पता चला कि यह मामला समलैंगिक गैंग से जुड़ा है. यश ने इन लड़कों का एक वीडियो बना रखा था, जिससे वह लगातार उनको ब्लैकमेल कर रहा था. इसी बीच तीनों युवकों ने पैसे देने के लिए यश को लिसाड़ी गेट क्षेत्र बुलाया था, लेकिन वहां इनके बीच झगड़ा हो गया. इसके बाद शावेज ने अपने एक साथी अलीशान के साथ मिलकर यश रस्तोगी की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए सलमान को बुलाया.।
दरअसल, आरोपी शावेज की एक फैक्ट्री है, जिसमें अलीशान काम करता है और सलमान उसका दोस्त है जो कि कपड़े का काम करता है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यश रस्तोगी लगातार एक वीडियो के जरिए अलीशान को ब्लैकमेल कर रहा था और लगातार पैसों की मांग कर रहा था. जिसके चलते यश को फैक्ट्री बुलाया गया. लेकिन वहां बात बढ़ने से शावेज और अलीशान ने यश को मार डाला, जिसके बाद फोन करके उन्होंने सलमान को बुलाया और शव ठिकाने लगाने के लिए कहा. तीनों ने रात का इंतजार किया, फिर इन्होंने यश के शव को एक बोरे में डालकर पीलोखड़ी पुल के पास नाले में फेंक दिया. वहीं, तीनों युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने नाले के अंदर से तलाशी के बाद मृतक के शव को बरामद कर लिया है. बिसरा की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और सभी साक्ष्यों का परीक्षण कर मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।