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न सिद्धू न चन्नी जाखड़ दोनों नहीं थे सीएम के लिए विधायकों की पसंद

नई दिल्ली । पंजाब विधानसभा के बीच कांग्रेस पार्टी में अंदरखाने मचा घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते साल 2021 में कई राउंड की खींचतान में चले लंबे संघर्ष के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह की विदाई हुई और फिर चरणजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बना दिया गया था। इस बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए दावा किया है कि कैप्टन के जाने के बाद नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए हुई बैठक में चन्नी को महज 2 विधायकों का समर्थन मिला था। जबकि उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिले थे। सुनील जाखड़ का ये वीडियो ऐसे समय आया, जब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में कांग्रेस का सीएम चेहरा बनने के लिए आमने सामने हैं और कांग्रेस सीएम चेहरे के लिए सर्वे कर रही है। लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस के लिए सुनील जाखड़ का बयान नई मुसीबत लाने के साथ अंदरुनी लड़ाई को और बढ़ा सकता है। दरअसल कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जाखड़ ने मंगलवार को चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा था कि जब कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया तब उन्हें सीएम पद के लिए 42 विधायकों का समर्थन मिला था। सुनील जाखड़ ने अबोहर में आयोजित जनसभा में कहा कि नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर हुई बैठक में 42 विधायकों ने उन्हें सीएम के रूप में वोट दिया था। जबकि नवजोत सिंह सिद्धू को महज 6 वोट मिले थे। हालांकि परनीत कौर को 12 वोट मिले जबकि सुखजिंदर रंधावा के पक्ष में 16 विधायकों का समर्थन हासिल था। चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा, ‘मुझे इस बात को कोई दुख नहीं है। जो होता है सही होता है। मुझे कोई दुख नहीं है। मुख्यमंत्री के लिए 40 नहीं बल्कि 42 विधायकों ने मेरे समर्थन में वोट किया था। यानी आपके सुनील जाखड़ को कुल 42 वोट मिले थे।’ इस बयान के बाद बीजेपी की नेता मीनाक्षी लेखी ने तंज कसते हुए कांग्रेस पार्टी पर पलटवार किया है। इस बीच पंजाब के निवर्तमान सीएम चन्नी के दो जगह से चुनाव लड़ने को लेकर आम आदमी पार्टी के सीएम कैंडिडेट भगवंत मान ने भी चुटकी ली है। क्या कहा मान ने आप खुद देख लीजिए।