पंप जला, दोनों ट्यूबवेल बंद,5 हैंड पंप बंद, भीषण गर्मी में 1 किलोमीटर दूर से साइकिल या बाइक से ला रहे हैं पानी।
भीषण जल संकट: हरणगांव के ग्रामीण पिछले 2 माह से पेयजल संकट से परेशान ।
अनिल उपाध्याय
खातेगांव
सूरज का दिन प्रतिदिन चढ़ता रौद्र रूप धरती के जल को सोख रहा है, भीषण गर्मी ने जहां इंसानों के साथ ही परिंदों को भी व्याकुल कर दिया है। तो ऐसे में जल स्रोतों का भी जलस्तर प्रतिदिन गिरता जा रहा है। भीषण गर्मी के कारण हरणगांव में जल संकट गहरा गया है ।यहां ग्रामीणों का पानी भरने का कोई निश्चित समय नहीं होता लोग अल सुबह से ही खेतों की और पानी की तलाश में निकल पड़ते हैं। शासन द्वारा 1 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च कर पीएचई विभाग द्वारा यहां नल जल योजना के तहत टंकी का निर्माण करवाया जा रहा है। किंतु वह पूर्ण नहीं होने के कारण ग्रामीणो को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। गांव में कुल 8 हेडपंप लगे हैं जिनमें से सिर्फ 3 हैंडपंप ही चालू है 5 हैंडपंप जलस्तर गिरने के कारण बंद है। बढ़ते जल संकट को देखते हुए ग्राम पंचायत द्वारा यहां पर टैंकर से पानी वितरण की शुरुआत भी की गई है किंतु वहां भी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
हरणगांव के ग्रामीण सुनील मालवीय, सब्दर शाह, कमल श्रीवास का कहना हे कि पिछले कई वर्षों से गर्मी के दिनों में हम जल संकट से परेशान हैं। अल सुबह से ही हमें सबसे पहला काम पानी लाने का करना पड़ता है। गांव में कुओं और हैंडपंप मैं पानी नहीं होने के कारण हमें प्रतिदिन गांव से एक से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत के कुएं से पानी लाना पड़ता है इस बारे में हमने सरपंच व सचिव को भी कई बार अवगत कराया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ । सरपंच सचिव बोलते हैं कि हम हरणगांव में नल जल योजना के तहत टंकी निर्माण करवा रहे हैं जिसका कार्य चल रहा है।
क्या कहते ग्रामीण
गाव के ही बंटी मालवीय, संतोष मालवीय, महेश टेलर,सीनोद श्रीवास, सुभाष कुशवाह, सत्तार मंसूरी आदि का कहना हे की गांव में पानी नही होने के कारण विवाह समारोह या कही भी जाने से पूर्व सुबह हमें बाइक,सायकल या अन्य साधन से पहला काम घर पर पानी लाने का करना पड़ता है। जल स्रोतों का जलस्तर गिरने से पिछले 2 महीने से हमें एक से डेढ़ किलोमीटर दूर खेत के कुओं से पानी लाना पड़ रहा है यह समस्या प्रतिवर्ष बनी रहती है। नदी के पास बजरंग मंदिर पर 2 सरकारी बोर भी लगे हैं किंतु उनकी मोटर जलने से वह भी बंद पड़े हैं।
इनका कहना हे।
सरपंच श्रीमती रावी अग्रवाल ने बताया कि हरणगांव में हर वर्ष गर्मी के मौसम में जल संकट बना रहता है इसी को देखते हुए हमने बारिश में ही विधायक जी से बात करके पानी की टंकी स्वीकृत करवा ली थी किंतु ठेकेदार की लापरवाही और मनमानी के चलते टंकी का कार्य 8 महीने के बाद भी पूर्ण नहीं किया गया, पीएचई विभाग के अधिकारियों को भी हम बार-बार अवगत करा चुके हैं किंतु उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसी के चलते गांव में जल संकट गहरा गया है। जल संकट को देखते हुए हमने रविवार से ही गांव में टैंकर से पानी वितरण करवाना शुरू कर दिया है। दोनों बोर की मोटर लगातार चलने के कारण मोटरें बार-बार जल जाती है इस सीजन में हमने दोनों बोर की मोटरे 5 बार सुधरा चुके हैं।
पीएचई विभाग ने हरणगांव में एक ट्यूबवेल करवाया है टंकी का काम तो होना है लेकिन अभी पाइप कम पड़ रहे हैं, पाइप का पूरा प्रकलन बनाकर ऊपर भेजा जा रहा है। हैंडपंप मेंटेनेंस का पूरा काम एसडीओ श्रीवास्तव जी देखते हैं।
नवनीत मेड़ा
इंजीनियर पीएचई विभाग