मकड़ाई समाचार सागर। बीती रात हुई तेज बारिश के बाद शनिवार बहरोल मार्ग पर पहाड़ी धंसने से भारी भरकम चट्टानें मार्ग पर आ गिरीं। जिससे सड़क से आवागमन अवरुद्ध हो गया। गनीमत थी कि जिस समय चट्टानें ढह रही थीं, तब वहां से कोई वाहन नहीं गुजर रहे थे, अन्यथा हादसा गंभीर हो सकता था।
जानकारी के अनुसार, फोरलेन हाइवे के नजदीक बहरोल मार्ग पर कुछ महीने पहले ही पहाड़ी को काटकर सड़क का उन्नयन किया गया है। पहले यहां तीखा ढलान था, जिससे वाहनों का आवागमन दुश्वार होता था। इस मार्ग के उन्नयन के दौरान पहाड़ी को कई फीट गहराई तक काटकर ढलान को कम किया गया है, जिससे अब रास्ता सुगम हो गया था। लेकिन, पहाड़ी की कटाई के दौरान ऊपरी हिस्से की चट्टानों को हटाने और कांक्रीट-स्टील नेट लगाने की अनदेखी की गई। यही खामी शनिवार को चट्टानों के ढहने की वजह बनी।
घंटों बंद रहा रास्ता
शनिवार देर रात शुरू हुई बारिश रविवार को भी जारी है। इससे पहाड़ी की मिट्टी बहती रही और चट्टानों की पकड़ ढीली होने के कारण वे सड़क पर आ गिरीं। अलसुबह सड़क से वाहनों के न गुजरने के कारण वाहन चालक चट्टानों की चपेट में आने से बच गए। हांलाकि भारी भरकम चट्टानों के गिरने से सड़क पर आवागमन बंद हो गया। वाहन आगे नहीं बढ़ सके और उन्हें वापस लौटकर वैकल्पिक मार्गों से जाना पड़ा। सड़क के दोपहर तक बंद रहने से दर्जनों गांव के अलावा बहरोल-धामोनी से इलाज, बाजार आने वाले लोगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में नगर निगम का कचरा निष्पादन प्लांट स्थित है जहां नगर से एकत्रित कचरा पहुंचाया जाता है। रविवार को कचरा लेकर प्लांट जाने वाले वाहनों को भी कई घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
जेसीबी बुलाकर हटाई गई चट्टानें
चट्टानों की वजह से अवरुद्ध हुए रास्ते को कई घंटे बाद तब खोला जा सका जब जेसीबी मशीनों को बुलाकर चट्टानों और मलबे को वहां से हटाया गया। इस काम के पूरा होने तक बड़ी संख्या में वाहन चालकों को खड़ा रहना पड़ा अथवा वापस लौटना पड़ा। रविवार को सड़क से मलबा हटाकर आवागमन तो शुरू कर दिया गया है लेकिन अभी भी पहाड़ी से मिट्टी के कटाव की स्थिति में चट्टानों के सड़क पर गिरने का अंदेशा बना हुआ है।