हरदा झाड़पा । प्राकृतिक खेती जागरूकता अभियान के तहत कृषक संगोष्ठी का आयोजित – कृषि विज्ञान केंद्र हरदा द्वारा ग्राम झाडपा में प्राकृतिक खेती जागरूकता अभियान के अंतर्गत कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो कृषक शामिल हुए ।
प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलुओं पर केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा विस्तृत चर्चा की गई जिसमे रोग एवं कीट प्रबंधन हेतु बीजामृत, अग्निअस्त्र एवं ब्रह्मास्त्र आदि पर विस्तृत जानकारी केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.ओमप्रकाश भारती ने दी।
कृषक संगोष्ठी में डॉ एस के तिवारी द्वारा प्राकृतिक खेती की शस्य प्रणाली की जानकारी देते हुए बताया कि प्राकृतिक खेती वह खेती होती है, जिसमे फसलों पर किसी भी प्रकार का रासायनिक कीटनाशक एवं उर्वरको का प्रयोग नहीं किया जाता है। सिर्फ प्रकृति के दौरान निर्मित उर्वरक और अन्य पेड़ पौधों के पत्ते खाद, पशुपालन, गोबर खाद एवं जैविक कीटनाशक उपयोग लाया जाता है यह एक प्रकार से विविध प्रकार की कृषि प्राणली है। यदि किसान एक देशी गाय पलता है तो वह दस एकड़ भूमि में प्राकतिक खेती कर सकता है। । डॉ. सर्वेश कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों को प्राकृतिक खेती की उपयोगिता बताई और आर सी जाटव ने प्राकृतिक खेती में जीवामृत एवं घन जीवामृत के उपयोग के लाभ एवं प्राकृतिक खेती के अन्य तरीके बताएं गये।
साथ ही ग्राम झाड़पा में प्राकृतिक खेती करने बाले कृषक डॉ महेंद्र कुमार मालाकार की प्रशंसा की एवं पुष्प हर पहनाकर स्वागत किया।