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प्रेम मार्ग से प्रभु जल्दी प्रसन्न होते है। तृतीय संध्या भी रासलीला देखने उमड़े श्रद्धालु

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हरदा/ मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग के आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी भोपाल द्वारा जिला प्रशासन एवं नगरपालिका हरदा के सहयोग से आयोजित ‘ जनरंजन ‘ समारोह मे आयोजित रासलीला की तृतीय संध्या पर श्रीराधा कृपा रासलीला संस्थान वृंदावन द्वारा ख्यात रासाचार्य स्वामी फतेहकृष्ण शर्मा जी के निर्देशन में ‘ गोपाल भगत ‘ की लीला का भाव और उत्कृष्ट अभिनय से पूर्ण मंचन किया गया। गोपाल एक अनपढ़ और गरीब युवक है, वह एक दिन जंगल मे जाता है,रास्ते मे सत्संग करते संत मिल जाते हैं ,जो यह बताते हैं कि रिस्ते परिवार सब स्वार्थ की बुनियाद पर टिके हैं।गोपाल को बात उल्टी लगती है।गुरुजी उसे उसके घर ले जाकर बात प्रमाणित कर देते हैं ।वह घर त्याग कर गुरुजी के साथ रहने लगता है।जहां उसे उसकी सरलता के कारण प्रभु दशॆन देते हैं। गुरु भी आश्चर्यचकित रह जाते हैं। गोपाल भगत की कथा यह संदेश है कि प्रेम मार्ग से प्रभु जल्दी प्रसन्न होते है,ज्ञान का मार्ग थोड़ा जटिल और लंबा है । कथाओं के माध्यम से हमारे देश में नैतिक आचरण की सीख विविध कला और वाचिकी के साथ प्रदान करने की सुदीर्घ परम्परा है।
स्कूल बच्चों की गतिविधियों के अन्तर्गत आज जिले के शासकीय स्कूल के लगभग 200 बच्चों को कला प्रशिक्षकों द्वारा विविध कलाओं का प्रशिक्षण प्रदान किया।