हिमाचल | ऊंची चोटियों पर हो रही बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश से प्रदेश में ठंड काफी बढ़ गई है। रविवार को हुई भारी बारिश ने खूब कहर बरपाया और भूस्खलन व सडक़ों के टूटने का सिलसिला जारी रहा। चंबा के भरमौर में बादल फटने से आई बाढ़ में तीन लोग बह गए। शिमला जिला के राजकीय उच्च विद्यालय बाघ का भवन ताश के पत्तों की तरह ढह गया। गनीमत थी कि छुट्टी होने के चलते बच्चे स्कूल में नहीं थे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के आठ जिलों में बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, लाहुल स्पीति, कुल्लू, शिमला, सिरमौर, हमीरपुर और जिलों के कई क्षेत्रों के लिए जारी की गई है। मौसम विभाग ने 29 सितंबर तक प्रदेश में इसी तरह मौसम के खराब बने रहने का पूर्वानुमान जारी किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भरमौर के मैहला विकास खंड की ग्राम पंचायत धिमला में रविवार दोपहर बाद अचानक बादल फटने से धरेड़ी नाला उफान पर आ गया।इससे पहले कोई कुछ समझ पाता, नाले के किनारे के मार्ग से गुजर रही एक महिला व एक पुरुष और निचले हिस्से में अपनी दुकान के बाहर बैठा दुकानदार पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर बह गए। नाले में लोगों को बहता देख आसपास के घरों में मौजूद लोगों ने चीखना-चिल्लाना आरंभ कर दिया। नाले में बहकर लापता लोगों की पहचान रोशन लाल पुत्र मांडा वासी गांव खोली, कुंता देवी पत्नी टीटु वासी गांव धरेड़ी और सुरेंद्र कुमार पुत्र पृथो वासी गांव धरेड़ी उपतहसील धरवाला के तौर पर की गई है। पुलिस व दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नाले में बहे लोगों की तलाश आरंभ कर दी है। बाढ़ में दो वाहन, छह घराट व आठ फुट ब्रिज बहने के अलावा पंचायत के कई संपर्क मार्गों का भी नामोनिशां मिट गया है। इसी बीच भरमौर-पांगी के विधायक जियालाल कपूर व एसडीएम सदर अरुण शर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्यांे का जायजा लेने के साथ नाले के तेज बहाव में बहे लोगों के परिजनों से मुलाकात की। उधर, एसडीएम सदर चंबा अरुण कुमार शर्मा ने कहा कि बादल फटने से धरेड़ी नाले का जलस्तर बढऩे से तीन लोग बह गए हैं, जिन्हें तलाशने के लिए अभियान जारी है। उन्होंने लोगों से नदी व नालों के समीप न जाने की अपील भी की है।