पीड़िता के शरीर को रात में 2:30 बजे आग लगाकर मामले को दबाने वाली योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग
मकडाई समाचार हरदा। पिछले दिनों उत्तरप्रदेश की हाथरस की रहने वाली एक बालिका के साथ अभद्र रूप से दुष्कर्म किया गया। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने जिस प्रकार अपना रवैय्या दिखाया है। इस स्थिति में आम नागरिक कैसे अपनी सरकार से इंसाफ की उमीद रखेंगे। आरोपियों ने पीड़िता की जीभ काटी, उसकी रीड की हड्डी तोड़ी, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अनुसार गर्दन की हड्डी के अनेक फ्रेक्चर एवं शरीर के अन्य अंगों को नाकाम किया। पीड़िता 15 दिन तक अस्पताल में तड़पती रही मगर जंगलराज के कारण उत्तरप्रदेश की बालिका को इंसाफ नही मिला पाया। यहाँ तक की पुलिस प्रशासन ने भी पीड़िता के मृत्यु होने के बाद भी शव को परिजनों के सुपुर्द न करते हुए एवं हिन्दू रीती-रिवाज के विपरीत रात करीब 2:30 बजे शव को अनायस ही जला दिया गया। उ.प्र. की सरकार के खिलाफ जाँच हो एवं निर्भया-काण्ड की तरह ही इस मामले में मृत पीड़िता को इंसाफ मिलने में विलम्ब न हो तथा एक नया कानून बनाकर गरुड़ पुराण के तहत भारत देश में बलात्कारियों को सजा दी जाए। मुख्यरूप से मृत पीड़िता को इंसाफ मिले यही हम आपसे राष्ट्रपति होने के नाते मुख्य तीन-बिन्दुओं पर मांग करते है-
1. सर्वप्रथम बालात्कार/दुष्कर्म जैसे संघिन अपराधो पर सख्त कानून बने व दोषियों को गरुड़ पुराण के तहत फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सजा मिले।
2.बलात्कार के मामले को दबाने के चलते उत्तरप्रदेश की योगी-सरकार को जांच कर बर्खास्त किया जाए। ताकि इस देश में सभी सरकारों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके ।
3.जैसे निर्भया-काण्ड के इंसाफ में 7-साल की देरी हुई अपेक्षाकृत इस मामले में विलम्ब न करते हुए दोषियों को फास्ट ट्रेक कोर्ट गठित करते हुए मृत्युदंड की सजा दी जाए।
इस मौके पर अभिजीत शाह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नागु पटेल, सुरेश रानवे, अख्तर अली, शिवदास गुर्जर, पुनम रानबे, संदीप गुर्जर, अशोक बाबा, भागवत राजपुत मौजूद रहे।