हरदा। अमूमन कमल पटेल एक ऐसा नाम है जो दुःख सुख में हर जगह मौजूद नज़र आता है। पटेल की मुस्तैदी के सब कायल भी हैं। उनके फेसबुक पेज पर भी करीब डेढ़ लाख फॉलोअर हैं। हर विषय पर पोस्ट प्रसारित होती है। लेकिन डगांवा शंकर के कर्ज पीड़ित मृतक किसान के घर तक कृषि मंत्री का सांत्वना देने न पहुंच पाना चर्चा का विषय बन गया है। न ही कोई पोस्ट देखी गयी। हालांकि भाजपा के लोग जिला पंचायत उपाध्यक्ष के मृतक किसान के घर पहुंचने की बात कह रहे हैं।

इधर, मृतक राजेश करोड़े के बेटे वीरेंद्र ने मकड़ाई एक्सप्रेस को बताया कि एक पखवाड़ा गुजरने को है उनके घर न तो कॄषिमंत्री कमल पटेल पहुंचे न ही उनका कोई जनप्रतिनिधि पहुचा। । मृतक के परिवार को भी शासन स्तर से कोई मदद नहीं मिली। हालाकि
किसान के घर खिरकिया के एसडीएम अशोक डेहरिया एसडीओपी खिरकिया उदय भान सिंह तथा तहसीलदार खिरकिया राजेंद्र पवार जा चुके हैं और परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त कर चुके हैं ।
ज़िले के कांग्रेसजन ने वादे के मुताबिक 25000 की आर्थिक मदद करने के साथ साथ उनको ढांढस भी बंधाया।
देखना यह है कि कृषि मंत्री कर्जे से पीड़ित परिवार से कब मिलते हैं ताकि दुखी परिवार को सम्बल मिलने के साथ सरकारी मदद भी मिल सके ।
मृतक किसान के बेटे ने कहा –
साहूकारों के कर्ज व तकादे से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले मृतक किसान राजेश करोड़े की मृत्यु के एक पखवाड़ा से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो क्षेत्र के विधायक मंत्री न ही कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा। मकड़ाई एक्सप्रेस से चर्चा में मृतक के बेटे वीरेंद्र ने बताया कि न तो मंत्री कमल पटेल और नही भाजपा पार्टी का कोई नेता उनके घर पहुंचा। नही कोई शासन स्तर से कोई आर्थिक सहयोग हमे मिला है। अभी भी हम लोग भयभीत है। हमारा परिवार अभी भी डरा हुआ है। मृतक के बेटे ने आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। और प्रशासन से सहयोग सुरक्षा की अपेक्षा की है।
क्या कहा विधायक प्रतिनिधि ने –
हमारे जिला पंचायत उपाध्यक्ष दर्शन सिंह मृतक किसान राजेश करोडे के घर गए थे। भाजपा पार्टी की पूरी तरह मृतक के परिवार के प्रति संवेदना है। वही प्रशासन ने 4 साहूकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
– उदय सिंह चौहान विधायक प्रतिनिधि