ब्रेकिंग
हज़रत सैयद हंडिया शाह भडंग पीर बाबा की दरगाह पर सालाना 23 वें उर्स चढ़ाई चादर कलेक्टर श्री जैन ने जल गंगा संवर्धन के तहत संचालित कार्यों का जायजा लिया बड़वानी, केली, नजरपुरा, रहटग... हरदा: नागरिकों को प्रेरित करने के लिये कलेक्टर श्री जैन ने किया रक्तदान Omg: सिरफिरे  कलयुगी पति ने  चरित्र शंका मे पत्नी की नाक  और स्तन काटे, प्राइवेट पार्ट पर चाकू से कि... सावधान कोरोना  मप्र मे पसार रहा पैर अब तक मिले 30 मरीज Big breaking news: मध्यप्रदेश में सड़क हादसे में 9 की मौत, ट्राला ने ओमनी वाहन को कुचला, मृतकों में ... शिक्षक नाम को शर्मसार किया कलयुगी शिक्षक बेटों ने जमीन के टुकड़े के लिए  शिक्षक बेटों ने  पिता को का... हरदा: मूंग खरीदी की मांग, सोई हुई सरकार को जगाने किसान आक्रोश मोर्चा की आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल, ... हरदा: उपभोक्ता आयोग का आदेश: 7 किसानों को बैंकों द्वारा दिये जाऐंगे फसल बीमा राशि के 2.50 लाख रूपये टिमरनी :मूंग खरीदी के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी व्यापारियों से किसानों को मूंग के उच...

रावण दहन के बाद राख का घर में करें छिड़काव, जानिए क्या है पौराणिक मान्यताएं और उपाय

Dussehra 2021 Ravan Dahan Ke Upay। आज शुक्रवार के दिन दशहरा पर्व पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। मान्यता है कि शुक्रवार का दिन जगतजननी माता लक्ष्मी को समर्पित होता है और माता लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा जाता है। जिस व्यक्ति पर माता लक्ष्मी की कृपा होती है, उसके घर में धन और वैभव की कमी नहीं होती है और घर में खुशियों का वास होता है। ऐसे में आज शुक्रवार होने के साथ दशहरे का दिन भी है। आज ही के दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था और मां दुर्गा ने भी दशहरे के दिन ही महिषासुर का वध किया था। ऐसे में पैराणिक मान्यताओं के अनुसार यदि दशहरे के दिन कुछ उपायों व मान्यताओं का पालन करते हैं तो कई समस्याओं से निजात पा सकते हैं

शरीर को निरोगी रखने के लिए करें ये उपाय

दशहरे के दिन हनुमान जी को चोला जरूर चढ़ाएं और हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। हनुमान जी नारायण और माता लक्ष्मी के भक्त हैं, इसलिए उनकी आराधना करने से नारायण और मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। इसके बाद जल युक्त नारियल लेकर रोगी पर से 21 बार उतारें और रावण दहन की अग्नि में फेंक दें। ऐसी मान्यता है कि इससे रोगी की सेहत में सुधार होता है।

धन की कमी हो तो करें ये उपाय

मां लक्ष्मी को लाल रंग और अलंकरण बेहद पसंद है, इसलिए दशहरे पर माता लक्ष्मी को लाल वस्त्र अर्पित करना चाहिए। लाल बिंदी, सिंदूर, लाल चुनरी और लाल चूड़ियां, अलता और मेहंदी आदि चढ़ाना चाहिए। भगवान विष्णु को पीले वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद लक्ष्मी नारायण का पाठ करें और खीर का भोग लगाएं।

दुर्भाग्य दूर करने के लिए करें ये उपाय

यदि आप लंबे समय से मेहनत कर रहे हैं, लेकिन मनवांछित फल नहीं मिल रहा है तो दशहरे पर लाल सूती कपड़ा लेकर रेशेदार नारियल को लपेट दें। देवी लक्ष्मी और नारायण का स्मरण करके नारियल से अपनी मनोकामना 7 बार कहने के बाद उस नारियल को बहते जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से जीवन में सभी बाधाएं दूर हो जाती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

दरिद्रता दूर करने के लिए आजमाएं ये उपाय

यदि आप दरिद्रता या पैसों की कमी के कारण परेशान है तो दशहरे पर घर के उत्तर-पूर्व कोने में चंदन, कुमकुम और फूलों से अष्टकोणीय कमल का आकार बनाएं और उनका स्मरण करके देवी जया और विजया की पूजा करें। सथ ही शमी के पेड़ की पूजा करके जड़ की मिट्टी लेकर अपने घर में रख लें।

- Install Android App -

शनि, राहु या केतु की दशा से मुक्ति पाने के लिए

शनि, राहु या केतु से संबंधित स्थिति के कारण परेशान हैं या किसी नुकसान का डर है तो दशहरे पर एक जड़ा हुआ नारियल एक काले कपड़े में लपेटकर 100 ग्राम काले तिल, 100 ग्राम उड़द लें। इस नारियल को बहते पानी में प्रवाहित करने से ग्रहों का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है।

रावण दहन की आग घर के हर कोने में छिड़कें

दशहरे के दिन बुराई के प्रतीक रावण का पुतला जलाया जाता है। रावण दहन की राख को सरसों के तेल में मिलाकर घर के कोने-कोने में छिड़क देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

दशहरे के दिन शस्त्र पूजन करना न भूलें

दशहरे के दिन शस्त्र और शस्त्र की पूजा करना शुभ होता है। ऐसी मान्यता है कि इससे शत्रुओं से मुक्ति होती है, साथ ही तरक्की के रास्ते भी खुलते हैं। इसके अलावा घर के कोने में अष्टकमल या रंगोली बनाने से मां लक्ष्मी की अपार कृपा होती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है।

दशहरे के दिन पान खाना शुभ

दशहरे के दिन पान खाना बहुत शुभ माना जाता है। इसके सेवन से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। परिवार में भी सुख शांति रहती है। पति पत्नी के बीच आपसी कलह दूर होता है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं/ धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’