Presidential Election 2022 : देश में अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 29 जून तक राष्ट्रपति पद के प्रत्याशियों को अपना नामांकन दाखिल करना होगा। इस बीच सरकार और विपक्ष ने अपने-अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों पर विचार करना शुरू कर दिया है। विपक्ष में जहां राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के लिए एक राय नहीं बन रही है, वहीं भाजपा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं और सभी की निगाहें भी भाजपा के फैसले पर ही टिकी हुई है क्योंकि नंबर गेम में भी भाजपा ही हावी है और जो प्रत्याशी भाजपा घोषित करेगी, उसका राष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है।
चौंकाने वाला नाम ला सकती है भाजपा
ऐसा माना जा रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए चौंकाने वाले नाम का ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल पार्टी में दो नामों पर चर्चा ज्यादा चल रही है। पहला नाम है केरल के राज्यपाल और उदारवादी मुस्लिम नेता आरिफ मोहम्मद खान। वहीं दूसरा नाम है झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू।
अगले सप्ताह होगी भाजपा संसदीय दल की बैठक
गौरतलब है कि अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक होने वाली है। इस बैठक में भाजपा की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
निर्विवाद नेता हैं आरिफ मोहम्मद खान
आरिफ मोहम्मद खान की बात की जाए तो वे देश में मुसलमानों के उदारवादी चेहरे को प्रतिनिधित्व करते हैं और भाजपा की विचारधारा और राजनीति के प्रति काफी अनुकूल हैं और हमेशा ही इस्लामिक कट्टरवाद के खिलाफ दृढ़ता से आवाज उठाई है। शाह बानो कांड में कट्टरपंथी मुसलमानों के आगे झुकने के बजाय उन्होंने विरोध स्वरूप राजीव गांधी की सरकार से इस्तीफा दे दिया था। आरिफ मोहम्मद खान एक उच्च शिक्षित विद्वान और इतिहास के जानकार हैं।
जानें कौन है द्रौपदी मुर्मू
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम भी राष्ट्रपति प्रत्याशी की रेस में है। द्रौपदी मुर्मू का नाम रेस में इसलिए बताया जा रहा है क्योंकि अभी तक देश में आदिवासी वर्ग से कोई भी राष्ट्रपति नहीं बना है, जबकि आदिवासियों के एक बड़ी आबादी राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ उत्तर पूर्व भारत में रहती है।
भाजपा का मानना है कि अगर आदिवासी वर्ग से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाता है तो इन राज्यों के आदिवासी समाज में पार्टी का समर्थन बढ़ेगा। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की राजनीति को करीब से देखने वालों का कहना है कि दोनों अक्सर चौंकाने वाले फैसले लेते रहे हैं। ऐसा भी संभव है कि आरिफ मोहम्मद खान और द्रौपदी मुर्मू के अलावा कोई तीसरा नाम अचानक फाइनल हो जाए। फिलहाल सभी को भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक का इंतजार है।