मकड़ाई समाचार हरदा। दिवाली से पहले शिक्षिका , समाजसेवी और सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा व्यवसायियों की टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गरीब व जरुरतमंद लोगों को नए कपड़े , मिठाई और बच्चों को पढ़ने के लिए मैगजीन बाटी । समाजसेवियों ने करीब 100 लोगों को कपड़े दिए । इनमें 70 जोड़ी सलवार सूट रिटायर शिक्षिका ने स्वयं घर पर सिलकर तैयार किए । 30 जोड़ी कपड़े बैतूल ने एक रेडीमेड कपड़ा व्यवसायी महिला द्वारा उपलब्ध कराए गया । रिटायर शिक्षिका मालती पालीवाल , शोभा बाजपेयी , सुनीता जैन , हेमंत टाले , मनोज जैन दिवाली से पहले बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए उनके बीच जोगा , उंढाल , साल्याखेड़ी पहुंचे । टीम के सदस्य अपने साथ बाढ़ प्रभावितों के लिए नए कपड़े मिठाई और बच्चों के मनोरंजन के लिए कहानियों की किताबें लेकर पहुंचे । जिससे उन्हें दिवाली से पहले खुशियां बाटी जा सके । दिवाली से पहले नए कपड़े पाकर सभी आयु वर्ग के लोग बेहद खुश हुए ।
रिटायर शिक्षिका मालती दो साल से लड़कियों के लिए कपड़े सील रही है
रिटायर हुईं शिक्षिका मालती पालीवाल दो साल से भी ज्यादा समय से घर पर ही छोटी-छोटी बालिकाओं और लड़कियों के लिए सलवार सूट सिल रही हैं । वे हर माह अपने खर्चों में कटौती की राशि से बाजार से कपड़ा खरीदती हैं । घर में फुर्सत के समय सिलाई करती हैं । करीब 50-100 जोड़ी कपड़े तैयार होने के बाद वे अपने जैसी मदद की सोच रखने वाली टीम के साथ जरुरतमंद लोगों के बीच पहंचती हैं ।
कम कीमत में बेचने के बजाय मदद में करती है, भरोसा
शिक्षिका शोभा बाजपेयी ने बच्चों के लिए कई प्रकार की मनोरंजक मैगजीन जुटाई । बैतूल में रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाली उनकी भांजी अर्चना तिवारी ने 30 जोड़ी से ज्यादा कपड़े प्रभावितों की मदद के लिए भेजे । उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें सेल लगाकर कम कीमत में कपड़े बेचने की सलाह दी , लेकिन उन्होंने लोगों की मदद को तवज्जो दी ।