1 लीटर दूध से बन रही 374 बच्चो की खीर,
शेरसिंह खराडे
सिराली/ विगत माह महिला बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न धर्मगुरुओ समाजसेवी संगठनों की मदद से कुपोषण को मिटाने के लिए एक ओर जहां पोषण आहार सप्ताह मनाकर आम जन को जागरूक किया गया । वही विभाग के कर्ता धर्ता स्वयं इस योजना और शासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर अपनी जेबें गर्म कर रहे है।
जानकारी के अनुसार खिरकिया विकासखण्ड के ग्राम दिपगांव कला के आंगनबाड़ी केंद्र में नन्हे मुन्ने बच्चो को पानी वाली खीर दी जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुपरवाईजर की मिलीभगत से शासन की ओर से दी जा रही खाद्यान सामग्री की बंदरबाट कर बच्चो को पोस्टिक आहार की जगह पानी वाली खीर ओर मीनू के आधार पर भोजन नही दिया जा रहा है। मंगलवार को मकड़ाई समाचार के प्रतिनिधि अचानक गांव की आंगनवाड़ी केंद्र पुहुचे तो वहां पर शारदा स्व सहायता समूह की रसोइया भोजन बना रही थी। और खीर के एक बर्तन में 1 लीटर दूध डाल कर पानी वाली खीर मिलाया जा रहा था। जब स्कूल और आंगनबाड़ी में दर्ज बच्चो की जानकारी ली गई तो संख्या 374 बताई गई। इतने बच्चो की खीर 1 लीटर दूध में बन गई। शासन द्वारा बच्चो को पौस्टिक ओर गुणवत्ता पूर्ण स्वादिष्ठ आहार मिले इसके लिए शासन लाखो रूपया खर्च कर रही है। लेकिन जमीनी हकीकत इस योजना को पलीता लगाकर समूह की अध्यक्ष महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर के साथ मिलकर खाद्यान्न की हेराफेरी कर सिर्फ पैसे कमाने का साइट बिजनेस शुरू कर दिया है। इस ओर देखने वाला कोई नही बच्चो के स्वास्थ के प्रति जिले के जिम्मेदार अधिकारी सजग सतर्क सिर्फ मंचो कार्यशाला ओर पोस्टर तक ही सीमित है। उनकी आँखों के सामने नीचे तरह तरह के फर्जी बाड़े हो रहे इसे देखने वाला कोई भी नही है। इस सबद्ध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से भी जानकारी लेनी चाही लेकिन संपर्क नही हो पाया और इस केंद्र की सुपरवाइजर ने मोबाइल फोन रिसिब नही किया। उल्लेखनीय है कि गत दिनों सिराली के ही एक आंगनबाड़ी केंद्र में बिजली फिटिंग में भी लापरवाही ओर भ्रस्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। जिसकी अभी जांच चल रही है।
क्या कहते जिम्मेदार
इतने बच्चो के लिए बनाई गई खीर में लगभग 10 लीटर दूध डालना चाहिए। अगर ऐसा है तो सुपरवाइजर को नोटिस भेजकर कार्यवाही करेगे।
डॉ राहुल दुबे
महिला एवं बाल विकास अधिकारी हरदा