ब्रेकिंग
कलयुगी बहु बेटे का काला कारनामा : सम्पत्ति हड़पने पिता को बंधक बना,मारपीट कर जेल भेजने की दी धमकी रूस में 8.8 तीव्रता वाले भूकंप से सुनामी, 4 मीटर ऊंची लहरें उठीं 31 जवानों भरी सेना की बस उत्तराखंड में पलटी ट्रंप ने फिर दी धमकी कहा- जल्द ट्रेड डील करे भारत, वरना लगा दूंगा 25 प्रतिशत टैरिफ मप्र में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी, कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी देश की टॉप आईटी कंपनियों क्यों कर रही कर्मचारियों की संख्या में कटौती कोविड वैक्सीन से 90 फीसदी मौतों से हुआ बचाव, नई रिपोर्ट से हुआ खुलासा 22 अप्रैल का बदला हमने 22 मिनट में लिया: मोदी वन्यजीवों के बेहतर संरक्षण का आदर्श केन्द्र बना मप्र लोकसभा में राहुल ने सरकार को हिलाकर रख दिया

सरपंच चुनाव में जीत प्रमाण पत्र देने के नाम पर रिश्वत लेने वाले खनियाधाना तहसीलदार को रंगे हाथों पकड़ा

मकड़ाई समाचार शिवपुरी। शिवपुरी में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया हैं। मामला यह है कि एक तहसीलदार ने सरपंच की जीत का प्रमाण पत्र देने के लिए 3 लाख की रिश्‍वत मांगी थी। पहले किश्त वह ले चुका था। लेकिन 1 लाख की दूसरी किश्त लेते समय लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। किसी तहसीलदार द्वारा चुनाव में जीत का प्रमाण पत्र देने का मामला पहली बार सामने आया है। फरियादी पांच वोट से चुनाव जीता था।

ग्राम पंचायत भरसूला से सरपंच पद प्रत्याशी के पति उमाशंकर लोधी ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि 5 वोट से चुनाव जीतने के बाद भी तहसीलदार सुधाकर तिवारी प्रमाण पत्र देने के एवज में तीन लाख की मांग कर रहे है। उमाशंकर लोधी ने बताया कि तहसीलदार तिवारी ने उन्हें काल कर कहा था कि यहां पर कुछ गड़बड़ होने वाली है। आप मतदान केंद्र पर आ जाओ। जब मैं वहां पहुंचा तो तहसीलदार ने कहा कि मैं मदद करूंगा लेकिन सामने वाली पार्टी 1.5 लाख रुपए देने के लिए तैयार है। इसके बाद उन्होंने तीन लाख की मांग की। इस पर मैंने कहा कि इतने रुपए में नहीं दे सकता हूं। मेरा चुनाव में खर्चा हो गया है, किसी तरह एकाध लाख की व्यवस्था कर पाऊंगा। फिर मामला डेढ़ लाख में तय हो गया और जीत का प्रमाण पत्र देने के लिए पेशगी के रूप में 50 हजार रुपए भी तहसीलदार ने पहले ले लिए। इसके बाद लोकायुक्त में शिकायत की तो काल रिकार्ड किए गए जिसमे डेढ़ लाख में सौदा तय हो गया। इसके बाद लोकायुक्त टीम ने रणनीति बनाई और मंगलवार सुबह उमाशंकर लोधी को 1 लाख रुपए रंग लगाकर तहसीलदार को देने के लिए तहसीलदार के आवास कोटा बस स्टैण्ड के पीछे भेजा। उमाशंकर लोधी एक लाख रुपए लेकर तहसीलदार के आवास में पहुंचे और उन्हें रिश्चवत की रकम दी। इसके बाद तुरंत पास में मौजूद लोकायुक्त की टीम आवास में पहुंची और तहसीलदार को रंगे हाथों एक लाख रुपए के साथ पकड़ लिया। इसके बाद उनके हाथ धुलवाए गए तो उनके हाथ रंग गए। इसके बाद टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और लिखापढ़ी की औपचारिकता पूरी करने लगी।

- Install Android App -

पहला मामला: सरपंच का चुनाव काफी संवेदनशील होता है और इस पर संबंधित पंचायत के लोगों की नजर रहती है और एक एक वोट के लिए झगड़े भी हो जाते हैं। ऐसे में तहसीलदार ने रिश्वत लेकर जीत का प्रमाण पत्र देने का आश्वासन भी दे दिया और डेढ़ लाख रुपए ले भी लिए। किसी तहसीलदार द्वारा इस तरह से जीत का प्रमाण पत्र देने के बदले रिश्वत लेने का यह पहला मामला है।

इनका कहना है..

तहसीलदार सुधाकर तिवारी ने सरपंच प्रत्याशी से जीत का प्रमाणपत्र देने के बदले में 3 लाख रुपए की मांग की थी। वे विरोधी पार्टी के पीछे पड़े होने का डर प्रत्याशी को दिखा रहे थे। शिकायत के बाद रिकॉर्डिंग कर आज तहसीलदार को रिश्वत लेते समय ट्रैप कर रंगे हाथ पकड़ा है। – कविंद्र चौहान, एसआई लोकायुक्त