सरपंच सहायक सचिव की साठगांठ से मनरेगा में मुर्दे कर रहे काम, युवाओ ने किया विरोध तो सचिव ने पुलिस बुलवाकर डराया धमकाया, जातिसूचक शब्दो से दी गालियां किया अपमानित
सरपंच सचिव ने पंचायत में जमकर किया भ्रष्टाचार, नियमो को ताक में रखकर परिवार के सदस्यों के खातों में डाली राशि, लाखो का किया गबन, ग्रामीणों ने की कलेक्टर से शिकायत कार्यवाही की,कि मांग
मकड़ाई समाचार हरदा। टिमरनी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत सोहागपुर में गांव के सरपंच,सहायक सचिव ने मिलकर लाखो रुपयों की राशि नियम विरुद्ध निकालकर अपने परिवार के सदस्यों के खातों में डलवाई। इतना ही नही रोजगार सहायक ने तो मनरेगा में मृत व्यक्तियों के खातों में भी राशि डाली। इसके अलावा गांव के 20 से 50 एकड़ के भूस्वामीयो के नाम के फर्जी जॉबकार्ड में भी राशि डाली गई। दूसरी और गरीब जॉबकार्डधारी काम की तलाश में भटक रहे है। लॉक डाउन में गॉव के युवा जब शहर से गॉव आये तो उन्होंने जब ग्राम पंचायत की अव्यवस्था देखी । जब मजदूरों को मनरेगा में काम क्यो नही दिया जा रहा, इसके लिये सरपंच सचिव से सवाल किये,तो सरपंच सचिव द्वारा उल्टा उन्हें ही डरा धमकाकर पुलिस बुलवाकर दबाब बनाया गया। सरपंच सचिव की दबंगई के बाद जागरूक शिक्षित युवाओ ने मोर्चा खोल दिया। गॉव के युवाओ ने गत दिनों जिला कलेक्टर से ग्राम पंचायत के द्वारा किये गए। कार्यो की बिंदुबार शिकायत कर कार्यवाही की मांग की। ग्रामीण संतोष ,रमेश,राधेश्याम, सहित एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन जिला कलेक्टर ,एसडीएम टिमरनी ,अजाक थाना से की।
यह है ग्रामीणों की मुख्य शिकायत :-
गांव में अधिकतर गरीब मजदूर वर्ग निवास करते है। जिन्हें मनरेगा में कार्य नही दिया जा रहा है।
मनरेगा योजना में सरपंच सचिव, उपसरपंच, रोजगार सहायक की मिलींभगत से मनरेगा में मृत व्यक्तियों के खातों में राशि डालकर निकाली जा रही है। इसकी जांच हो।
गांव के धनाढ्य लोग जिनके पास हाइवेस्टर, ट्रेक्टर, ओर 25 से 50 एकड़ भूमि है। उनके ओर उनके परिवार के फर्जी जॉबकार्ड पर मनरेगा कार्यो की राशि डाली गई है। जबकि यह लोग कभी काम पर नही गए।
* ग्रामीणों ने कलेक्टर को की शिकायत में कहा कि ग्राम पंचायत के पिछले 4 वर्षो के सम्पूर्ण आय व्यय, बिल व्हाउचर, चेक कर जांच की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र की एवं मस्टररोल पर जॉबकार्डधारी जिन्होंने काम किया है। इसकी जांच हो तो बड़ी मात्रा में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार, का खुलासा हो सकता है। गांव के युवाओ ने कहा कि, गांव में जो लोग वर्षो से निवास कर रहे उन्हें प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास सहित किसी भी योजनाओ का लाभ नही दिया।
युवाओ ने शिकायत की तो पुलिस बुलवाकर धमकाया,गंदी गाली देकर जाति सूचक शब्दो से किया अपमानित :-
गांव के युवाओ का आरोप है।कि ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की जब हमने आवाज उठाई और कलेक्टर को शिकायत की तो हमे डराया धमकाया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि,
गांव के सरपंच सुमन बाई पुत्र राहुल सिंसोदिया, रोजगार सहायक भुरमल सोलंकी उपसरपंच दिलीप मुकाती ने हमे डराया और कहा कि तुम्हे झूठे केस में फंसा देगे। हम ऊपर तक अधिकारियों को पैसा देते है। शिकायतकर्ताओं को गंदी गंदी गालियां दी गई। जातिसूचक शब्दो से अपमानित भी किया गया।ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर थाना प्रभारी को इसकी की शिकायत की शिकायत को एक सप्ताह बिता लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है।
इनका कहना है :-
मुझे शिकायत अभी नही मिली है। में दिखवाता हु। जांच करवाएंगे।
दिलीप यादव सीईओ जिला पंचायत हरदा
गांव के युवाओ के आरोप गलत है। काम किया है। उन ही लोगो के खातों में पैसा डाला है।
रोजगार सहायक ग्राम पंचायत सोहागपुर