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सीहोर के लापता तहसीलदार ठाकुर का शव,7 दिन बाद 400 किमी. दूर बडौदा में पार्वती नदी से मिला

सीहोर | रविवार को बडौदा थाना पुलिस को पार्वती नदी से एक अज्ञात शव मिला था, जो ऊपर से बहता हुआ आया था। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया, लेकिन उसकी पहचान नही होने के कारण उसे दफना दिया गया। इसी बीच सीहोर से लापता हुए तहसीलदार नरेंद्र सिंह ठाकुर का बेटा और बहन इस शव के मिलने की सूचना पर बुधवार को बडौदा पहुंचे। जहां बडौदा पुलिस ने तहसीलदार भरत नायक की मौजदूगी में दफनाए गए शव को बाहर निकाला तो परिजनों ने उसकी पहचान कर ली। इसके बाद पुलिस ने शव को उनके साथ भिजवा दिया है। अब बडौदा थाना पुलिस इस मामले की मर्ग डायरी को सीहोर जिले के पुष्पेन्द्र थाने में भेजेगी, क्योंकि पुष्पेंद्र थाने में तहसीलदार के लापता होने का मामला दर्ज है।

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सीहोर जिले की सीवन नदी में बहे थे तहसीलदार
सीहोर जिले से तहसीलदार नरेन्द्र सिंह ठाकुर और पटवारी महेंद्र सिंह रजक गत 15 अगस्त को तब सीवन नदी में बह गए थे,जब यह लोग दोस्तों की पार्टी में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे। उनकी कार करबला पुल को पार करते समय नदी में बह गई थी, हालांकि पटवारी का शव तो घटनास्थल से करीब 12 किमी दूर ही मिल गया था, लेकिन तहसीलदार का शव नहीं मिला था। बताते है कि सीवन नदी आगे चलकर पार्वती नदी में मिलती है,इसलिए तहसीलदार का शव बहते हुए सात दिन बाद 400 किमी.दूर बडौदा में मिला|