मकड़ाई समाचार ग्वालियर। टीकाकरण में बड़ी गड़बड़ी देखने काे मिल रही है। बिना टीका लगवाए ही आनलाइन प्रमाण पत्र जारी हो गया। 15 इंद्रमणी नगर के रहने वाले एडीपीओ हरिओम उपाध्याय का कहना है कि उनकी 82 वर्षीय मां गौरीदेवी उपाध्याय ने पहला टीका 21 अप्रैल 2021 को लगवाया था। इसके बाद उनकी तबियत खराब रही। इस कारण दूसरा टीका नहीं लगवा सके। रविवार को उनके मोबाइल पर दूसरा टीका सफलतापूर्वक लगाए जाने का मैसेज आया। ऑनलाइन देखा तो उनके दूसरे टीका लगने का प्रमाण पत्र मिला। जबकि उनकी मां ने दूसरा टीका लगवाया ही नहीं है। यह फर्जीवाड़ा है या फिर कुछ और, पर जो भी है ऐसे में तो मेरी मां दूसरा टीका लगवा ही नहीं सकेगी।
गौरतलब है कि इस तरह की पूर्व में भी शिकायतें आती रही हैं। इधर टीकाकरण अधिकारी डा रामकुमार गुप्ता का कहना है स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा दूसरा टीका लगवाने के लिए हितग्राहियों को कॉल किया जा रहा है। यदि किसी ने फोन पर दूसरा टीका लगाने का बोला होगा तो यह देखा जाता है कि इनके नाम की एंट्री है अथवा नहीं। यदि नहीं तो कर दी जाती है।
पांच हजार को लगा टीका: कोरोना से बचाव के लिए कोवैक्सीन व कोविशील्ड वैक्सीन का टीका लगवाने सोमवार को लक्ष्य से सिर्फ 10 फीसद ही टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे। 50 हजार के लक्ष्य में से महज 5454 लोगों को ही टीका लगाया जा सका। इनमें 1018 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज व 4209 ने दूसरी डोज लगवाई। अब तक जिले में 21 लाख 87 हजार 575 डोज लग चुकी हैं। इनमें पहली डोज 14 लाख 53 हजार 183 और दूसरी डोज सात लाख 34 हजार 392 लोग लगवा चुके हैं।