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हंडिया : तालाब गहरीकरण के नाम पर हीरापुर पंचायत ने सड़क निर्माण कंपनी को दी पहाड़ी पर उत्खनन की अनुमति

ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए तहसीलदार और थाना प्रभारी को दिया ज्ञापन

मकड़ाई समाचार हंडिया। ग्राम पंचायत हीरापुर की ओर से तेली की सराय के पीछे पहाड़ी पर खसरा नंबर 1/1 और 1/2 में तालाब गहरीकरण के नाम सड़क निर्माण कंपनी को उत्खनन की अनुमति दी गई है, जो गांव की चरनोई भूमि है। यहां पहले से अवैध उत्खनन के चलते बड़ी बड़ी खाईयां बन चुकी हैं। इस भूमि के एक ओर पुलिस की फायरिंग रेंज की 5 एकड़ जमीन है। दूसरी ओर वन विभाग की जमीन है।

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विगत दिवस कंपनी के कर्मचारियों ने तालाब के गहरीकरण के नाम पर खुदाई का कार्य शुरू किया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस व वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा। उन्होंने नेशनल हाईवे के ठेकेदार को काम करने से रोक दिया। उन्हें बताया अभी तक हमारी जमीन का सीमांकन नहीं हुआ है। ऐसे में हमारी सीमा में उत्खनन कार्य कर रहे हैं, जो गलत है।

बारिश में एकत्र नहीं हो रहा पानी फिर भी बनाया जा रहा तालाब

डुमलाय ग्राम के बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मंगलवार को तहसील कार्यालय और थाने पहुंचकू उत्खनन किए जाने का विरोध किया।उन्होंने तहसीलदार शिवदत्त कटारे और प्रभारी थाना प्रभारी सीताराम पटेल को ज्ञापन देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत की ओर से ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीणों को मुरम ले जाने की अनुमति के संबंध में प्रस्ताव पास किया था। लेकिन ग्राम पंचायत की ओर से सड़क निर्माण कंपनी को मुरम खदान दे दी गई। जो गलत है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लिए यह खदान आरक्षित है। यदि इसे किसी और को दिया जाता है तो विरोध स्वरूप मजबूरन आंदोलन करना होगा। यह भूमि गांव की चरनोई भूमि है। इस भूमि पर बड़ी खाईयां बन गई है। बरसात के दिनों में भी पानी एकत्रित नहीं होता है। ऐसे में ग्राम पंचायत तालाब के नाम पर अवैध रूप से खुदाई करा रही है। इस संबंध में तहसीलदार शिवदत्त कटारे का कहना है कि ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के बाद ही यह खदान तालाब के लिए ठेकेदार को आवंटित की गई है। मौके पर पहुंचकर जांच की जाएगी। सभी पक्षों को सुना जाएगा।