हरदा के नेहरू स्टेडियम में नानी बाई का मायरा, उधर युवाओं का भविष्य दांव पर, खिलाड़ियों ने लगाई गुहार मंत्री जी हमारी भी सुन लो पुकार !
हरदा । वैसे तो धर्म सभाएं आध्यात्मिक कल्याण के निमित्त आयोजित की जाती हैं। लेकिन आजकल धर्मसभा और भी कई हेतुओं को लेकर चर्चाओं में रहती है । जब बात युवा खिलाड़ियों के भविष्य की हो , उनका भविष्य दांव पर लगा हुआ हो तो ऐसे आयोजन युवा उत्थान में सहयोगी नहीं बन पाते। इसी आशय की एक पोस्ट खिलाड़ी भागवत ने स्टेडियम पर कथा के चलते फिजिकल ट्रेनिंग प्रैक्टिस न हो पाने, एक एक दिन कीमती होने की बात कहते हुए दस दिन कथा के दौरान स्टेडियम का इस्तेमाल न करने की पीड़ा जताई है।
अब चूंकि कार्यक्रम भी तय है। युवाओं के भविष्य के मद्दे नज़र 10 दिन प्रैक्टिस हेतु उन्हें वैकल्पिक जगह उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
क्या है युवा खिलाड़ी भागवत की पीड़ा कथा व्यथा –
शायद आपको पता होगा कुछ दिनों पहले MP पुलिस के पेपर हुए है, जिनके फिजिकल एक दो महीने में होने वाले हे।
फिजिकल की तैयारी के लिए लगभग 200 बच्चे रोज
स्टेडियम जाकर प्रेक्टिस कर रहे थे क्युकी अभी उनके लिए एक एक दिन कीमती है।
और इस बात की परवाह न करते हुए कमल पटेल ने बाई का मायरो का आयोजन कर दिया वहा, 10 दिन स्टेडियम बंद रहेगा। आपसे निवेदन है की सच्ची पत्रकारिता का परिचय
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युवा भागवत
9630656587