हरदा: 26 लाख का गबन करने वाली ग्राम पंचायत का नया कारनामा, , फर्जी तरीके से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की हो गई नियुक्ति, सरपंच सचिव पर उठ रहे सवाल, पढ़े पूरी खबर
सिराली।खिरकिया बिकास खंड की ग्राम पंचायत धनकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला वर्षो से चला आ रहा है। पूर्व में भी ग्रामीणों की शिकायत और मकड़ाई समाचार की धारधार खबरों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया और इस ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच सचिव पर 26 लाख रुपए की रिकवरी निकलवाई थी। लेकिन जिम्मेदार जिले के अधिकारियों की मेहरबानी के कारण अभी तक राशि वसूली नही गई। और आज भी इस ग्राम पंचायत में वर्तमान में लूट खसोट मची हुई है। न नियम न कोई कानून यहा सिर्फ पैसा बोलता है। ऐसा ही एक मामला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर भर्ती का सामने आया है। आंगन वाड़ी कार्यकर्ता भर्ती निकली थी। जिस एक बाहरी महिला का चयन हो गया।और गांव की पांच महिलाएं जो आवेदिका बनी थी वो मुंह देखती रह गई। । ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी बीपीएल एवं अन्य दस्तावेज के आधार पर आवेदीका संजू कुरिया पति श्रवण कुरिया का चयन किया गया।
भर्ती निकलने के दो दिन के अंदर बन गया राशन कार्ड
भर्ती निकलने की दिनांक में 2 दिन के अंदर 10 अंकों की पात्रता के लिए फर्जी तरीके से पटवारी पंकज मालवीय सरपंच मालती अरुण साव ,सचिव संतोष वर्मा की साठ-गाठ से बीपीएल जारी करवा कर आवेदन किया गया था । जबकि बीपीएल धारक श्रवण पिता सुखराम वहां का स्थाई निवासी नहीं है नहीं ग्राम में उसका घर है नहीं उसके नाम पर किसी जगह का कोई पट्टा है। , श्रवण कुरिया वर्तमान में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लड़की बाई का दामाद है। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता में चयन होने के लिए फर्जी तरीके से अपने दस्तावेज पहले से बना रखे थे। जिन सरपंच सचिव और सहायक सचिव ने उनके वोटर आईडी आधार कार्ड फर्जी बनवाने में मदद की वो डेढ़ वर्ष से निलंबित है । और उन पर 26 लाख रुपए की भ्रष्टाचार की राशि की वसूली निकली है,। और हाई कोर्ट जबलपुर से कैस भी चल रहा है।
2 दिन में बने फर्जी बीपीएल के आधार पर आवेदन का पता जब ग्रामीणों को लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत सिराली तहसीलदार महोदय भरत अहिरवार से लिखित रूप में की थी। , जिनके द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था कि जल्दी जांच कर कर उसे निरस्त कर दिया जाएगा। परंतु उस पर कोई जांच करके उसे निरस्त नहीं कराया गया l उसके बाद ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन के माध्यम से जिला कलेक्ट्रेट एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित सिसोनिया को ज्ञापन के माध्यम से इस भ्रष्टाचार से अवगत कराया गया । लेकिन फिर भी उस पर कोई रोक या अंकुश नहीं लगा और चयन प्रक्रिया चलती रही । फिर डेढ़ महीने बाद ग्रामीणों ने एस.डी.एमम महोदय खिरकिया एवं महिला बाल विकास अधिकारी खिरकिया एवं जनपद अध्यक्ष को लिखित में ज्ञापन के माध्यम से उसे फर्जी दस्तावेज के आधार पर आवेदन को निरस्त करने की अपील की गई।
इसके बाद भी दिनांक 21-9 2023 आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सविता ऊइके के द्वारा ग्राम जात्राखेड़ी में चश्पा करके नियुक्ति सूची लगाई गई जिसमें संजू कुरिया पति श्रवण कुरिया की नियुक्ति घोषित की गई। जिसका कड़ा विरोध वहां उपस्थित ग्रामीण महिलाओं और वहां के ग्रामीणों ने किया साथ ही ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अगर दूसरे गांव का व्यक्ति श्रवण कोरिया का बीपीएल निरस्त नहीं होता हैऔर बाकी लोगों के साथ ना इंसाफी होती है तो हम ग्रामीण मिलकर आंदोलन या धरना पर बाध्य होंगे और हमारे गांव और ग्राम पंचायत को भ्रष्टाचार से मुक्त कराएंगे ।