ब्रेकिंग
Bhopal harda: राजपूत छात्रावास में हुई दुर्भाग्यपूर्ण  घटना के संदर्भ में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख... बीएचआरसी टीम की नई मानवीय पहल: जरुरतमंदों के लिए कपड़ों का वितरण अभियान किया शुरू, जरूरतमंदों को कपड... हरदा में ऑटो रिक्शा रैली के माध्यम से दिया गया नशा मुक्ति का संदेश 19 साल में भी दुकान बिक्री की राशि जमा नहीं चेहरा देखकर कार्रवाई कर रही हरदा नगर पालिका – बकायेदारों... भारत और ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर हरदा लायंस क्लब ने हरियाली अमावस्या पर किया पौधारोपण  सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक विकास अग्रवाल ने स्कूल संचालक से की अभद्रता हरदा: सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचायें और 25 हजार रूपये पायें मुंबई ट्रेन ब्लास्ट : सभी 12 दोषियों को बरी करने पर रोक रूस : 50 यात्रियों को ले जा रहा विमान क्रैश

हर की पौड़ी के पास पहचान छिपाकर हिंदू बनकर चला रहा था भोजनालय ,आधार कार्ड से हुई पहचान निकला मुस्लिम

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 हरिद्वार|  उत्तराखंड में हर की पौड़ी के पास मंगलवार को एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा गया जो पहचान छिपाकर वहां एक भोजनालय चला रहा था।  यह शख्स हर की पौड़ी के पास एक हिंदू नाम रखकर तीर्थयात्रियों के लिए भोजनालय चला रहा था। इस बारे में जानकारी देते हुए हिंदू धार्मिक स्थलों का प्रबंधन देखने वाले निकाय के अधिकारी ने कहा कि शख्स का आधार कार्ड देखने के बाद उसकी असली पहचान जाहिर हो गई।

आधार कार्ड में पिता का नाम मोहम्मद मुनीर 

- Install Android App -

हर की पौड़ी का मैनेजमेंट देखने वाली गंगा सभा के पदाधिकारी उज्ज्वल पंडित ने बताया कि शख्स को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के उपनियमों के अनुसार हर की पौड़ी क्षेत्र में गैर-हिंदू प्रवेश नहीं कर सकते हैं। पुलिस अधीक्षक (नगर) स्वतंत्र कुमार ने कहा कि व्यक्ति हिरासत में है और मामले की जांच की जा रही है। पंडित ने दावा किया कि आरोपी ने अपनी धार्मिक पहचान छुपाने के लिए हिंदू नाम ‘चुन्नू’ रखा था लेकिन उसके आधार कार्ड में उसके पिता का नाम मोहम्मद मुनीर लिखा था। उन्होंने बताया कि आधार कार्ड से पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का रहने वाला है।

पहले भी पकड़े गए हैं कई गैर हिंदू

बता दें कि इसके पहले ही हर की पौड़ी में कई गैर हिंदुओं को पहचान छिपाकर दुकान चलाते पकड़ा गया है। पिछले महीने गंगा सभा के पदाधिकारियों ने 3 ऐसे लोगों को पकड़ा था। जब उनसे नाम पूछे गए तो उन्होंने अपने हिंदू नाम बताए लेकिन जब उनके आधार कार्ड की जांच की गई तो एक का नाम अजमल, दूसरे का नाम आसिफ और तीसरे का नाम कल्लन अहमद निकला। बाद में गंगा सभा के लोगों ने तीनों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।