मकड़ाई एक्सप्रेस 24 नर्मदापुरम : अजब प्रदेश में पुनः गजब कहानी सामने आई है। नर्मदापुरम के रिछी के किसान रामभरोस की कहानी वाकई अजीब है। इनको सरकार के पोर्टल पर मृत बताकर किसान सम्मान निधि से वंचित कर दिया गया। जब किसान ने सम्मान निधि के न आने पर खोजबीन की तो उन्हें यह पता चला कि वे इस दुनिया मे नहीं हैं। और इस वजह से सम्मान निधि से वंचित हैं।
किसान रामभरोस द्वारा खंडवा जिले के हरसूद तहसील में ग्राम पंचायत किल्लोद (बलड़ी) में स्थायी निवास करते हैं। उन्होंने पंचायत सचिव से अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र बनवा कर नर्मदापुरम में प्रस्तुत किया है। अब विभाग द्वारा त्रुटि को संशोधित कर अपात्रों में से इनके नाम हटाकर पुनः जोड़ने की कवायद चल रही है। हैरानी की बात है कि नर्मदापुरम के रिछि में इन्हें किस आधार पर इन्हें मृत मानकर कलेक्टर भू अभिलेख को पत्र जारी कर सूचना दी गयी।
क्या है पूरा मामला
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियो की लापरवाही के चलते सरकारी कागजो में एक किसान को मृत घोषित कर दिया गया।
पीएम किसान पोर्टल पर एक जिंदा जीवित व्यक्ति कोे मृत बताकर उसकी पीएम सम्मान निधि से वंचित कर दिया गया है। आज किसान स्वयं को जिंदा साबित करनेे के लिए अधिकारियो के आगे चक्कर लगा रहा है। शासकीय कार्यो में मानवीय गलती हो जाती जिसे समय रहते सुधार कर लिया जाना चाहिए नही तो जिसका खामियाजा हितग्राहियो कोे भुगतना पड़ता है। किसान रामभरोेस पिता शिवराम राजपूत निवासी हरिपुरा माल ग्राम सेेमरुड रैयत तहसील हरसूद जिला खंडवा जिनकी पीएम आईडी एमपी 266782922 है।
किसान स्वयं कोे जीवित बतानेे के लिए ग्राम पंचायत सेमरुड रैयत सेे सरपंच सचिव का हस्ताक्षरित पत्र बनवाया।जिसेे माननीय तहसीलदार महोदय सिवनी मालवा को दिया गया। जिन्होने मामले में संज्ञान लेकर जांच कर हितग्राही के पक्ष में एसडीएम सिवनी मालवा को पत्र दिया । एसडीएम महोदय नेे भी जांच प्र्रतिवेदन बनवाकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिवनी मालवा नर्मदा पुरम पत्र क्रमांक 323/2023 दिनांक 18/4/2023 की जिला कलेक्टर नर्मदापुुरम को प्रेेेषित किया। जिसमें किसान को सम्मान राशि नही मिलने का जिक्र किया गया। पीएम किसान पोेर्टल पर पात्र हितग्र्राही के नाम त्रुुटिवश अपात्र होे गए है। जिनके फलस्वरुप हितग्राही कोे पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नही मिल पा रहा है। संबधित पटवारी को भी नोटिस जारी कर दिया गया है। लेकिन दुर्भाग्य कहे की 8 माह बाद भी किसान सरकारी कागजों में मृत घोषित है। जिला कलेक्टर ने भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया। और नही लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही की किसान ने सीएम हेल्पलाइन पर भी इसको लेकर शिकायत की है।