खंडवा : पत्रकार पर झूठी f.i.r. के विरोध में सड़कों पर उतरा मीडिया संघ, एसपी को ज्ञापन सौप कहा, मामले की हो उचित जांच
खंडवा : पत्रकारों पर अत्याचार दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं ।राजनीतिक दबाव इस कदर प्रशासन पर हावी हो रहा है । बिना जांच के अब पत्रकारों पर f.i.r. होने लगी है ऐसा ही एक मामला पंधाना थाना क्षेत्र में देखने को मिला। जिसका विरोध मध्य प्रदेश मीडिया संघ के बैनर तले पत्रकारों ने किया। सोमवार पत्रकार एकत्रित हुए और एसपी से मुलाकात कर उन्हें मामले की जांच का आवेदन दिया। मामला ग्रामीण पत्रकार गोपाल सावनेर से जुड़ा था जिस पर भाजपा के सांसद प्रतिनिधि ने ऐट्रो सिटी का मामला दर्ज करवाया है
यह है मामला
ग्रामीण पत्रकार गोपाल सावनेर पर एट्रोसिटी के तहत शनिवार शाम पंधाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक शनिवार शाम प्रदीप जगदन्ने अपनी पत्नी एवं अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचा और पत्रकार गोपाल सावनेर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने भी पत्रकार पर एफ आई आर करने में जरा भी देर नहीं की जबकि शिवराज सिंह सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि पत्रकारों पर मामला दर्ज करने से पहले मामले की पूर्णता जांच की जानी चाहिए।
क्यों नहीं की जांच
पत्रकार गोपाल सावनेर ने मीडिया से बताया कि उन पर की गई f.i.r. झूठी है फरियादी जिस समय की घटना बता रहा है उस समय वह अपने कुछ मित्रों के साथ दूसरे गांव अहमदपुर खेगांव में था जिसका मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर सकते हैं। पुलिस ने उन पर तुरंत f.i.r. कर ली जबकि एफ आई आर के पहले लगाए गए आरोपों की जांच करनी थी इस तरह मामला दर्ज करने से पत्रकार जगत में भर व्याप्त हो रहा है।
साजिश के तहत कराई f.i.r.
पत्रकार गोपाल सावनेर ने बताया कि उन पर साजिश के तहत f.i.r. कराई गई है। पिछले 2 माह से भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रत्याशी के लिए मेहनत कर रहे हैं जिसका बदला उनसे सांसद प्रतिनिधि ने निकाला है। राजनीतिक दबाव इस तरह हावी हुआ कि बिना सोचे समझे f.i.r. को अंजाम दे दिया गया जबकि घटना के समय दूसरे गांव में अपने अन्य साथियों सहित मौजूद थे।
पत्रकार संघ ने की जांच की मांग
बिना जांच के एफ आई आर होने से रोष में आए पत्रकारों ने मध्य प्रदेश मीडिया संघ वह खंडवा पत्रकार संघ के बैनर तले एसपी सत्येंद्र सिंह शुक्ल को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें मामले को लेकर उचित जांच की मांग की गई है। एसपी श्री शुक्ला ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पंधाना थाना प्रभारी को फोन कर जांच के आदेश दिए हैं।