ब्रेकिंग
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने मुख्यमंत्री से की हरदा में कृषि संकाय विषय अध्यापन की मांग। किसान आक्रोश मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर श्री जैन से की मुलाकात , मूंग उपार्जन व उर्वरक के व... करताना पुलिस को मिली सफलता : पुलिस ने नाबालिक लड़की को ढूंढ निकाला, आरोपी को किया गिरफ्तार,  शिवपुरी पुलिस को मिली बड़ी सफलता: ₹10,000 के इनामी हत्या के आरोपी को दबोचा, बोलेरो भी जब्त! दबंग कर रहे परेशान न्याय दिलवा दो साहब नहीं तो परिवार के साथ करूंगा आत्महत्या, पीड़ित किसान पहुंचा क... हरदा: खाद की कालाबाजारी : बिना अनुमति जिले के बाहर उर्वरक का परिवहन करने पर खाद व्यापारी जयप्रकाश ना... ससुराल मे युवक ने साली से किया दुष्कर्म ! साली से माफी मांगी मना करने पर युवक ने खुद को चाकू मारा और... हरदा: सभी अधिकारी अपने दायित्वों को शतप्रतिशत गुणवत्ता के साथ पूर्ण करें! ‘दिशा’’ की बैठक में केन्द्... कलेक्टर श्री जैन ने यूरिया के रैक पाईंट व डबल लॉक केन्द्रों का निरीक्षण किया भोपाल : मुख्यमंत्री निवास पर संविधान हत्या दिवस मनाया गया, कई जिलों से पहुंचे मीसाबंदी परिवार के स...

Guru Purnima 2023 : सोमवार को पूरेे देश में गुुरुपूर्णिमा श्रद्धाभाव से मनाया जायेगा

Guru Purnima 2023 : सोमवार को पूरेे देश में गुुरुपूर्णिमा श्रद्धाभाव से मनाया जायेगा। गुरु और शिष्य केे अदभुुत पवित्र भाव को प्रदर्शित करने वाला त्यौहार हे। गुरु द्वारा शिष्य में शाश्वत सुख और निज स्वरूप में जगाने का दिन है गुरु पूर्णिमा।
इस दिन शिष्य अपने गुरु से मिलनेे अवश्य जाता हैं और उनका आर्शीवाद लेते है। गुरु अपने घर,आश्रम, मठ मंदिरों में होंते हैं| जहां गुरु पूजन के साथ गुरु पादुका पूजन होगा। भारत देश विश्व में धर्म, आस्था, उत्सवों देवी देवताओं के दर्शन,नमन,वेद शास्त्र,पुराण,संस्कृति गुरु,माता पिता बड़ों के सम्मान जनसेवा, प्रधान का मुख्य देश है। यहां साधु.संतों योगी महात्मा धर्माचार्य के चरण स्पर्श कर उनसे शुभ मांगलिक आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन्य व कृतज्ञ बनाते हैं।
सनातन धर्म में गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊपर माना गया है। इनकी पूजा के लिए हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व 3 जुलाई सोमवार को है। गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व महर्षि वेदव्यास जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।