गौ माता वोट नहीं देती इसलिए भाजपा सरकार ध्यान नहीं दे रही
खंडवा: 26 सितंबर चित्रकूट से हुई गौ माता बचाओ यात्रा की शुरुआत यह यात्रा विभिन्न जिलों से होती हुई आज खंडवा जिले में पहुंची महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा के नेतृत्व में 100 साधु संतो के साथ यह यात्रा दादाजी की नगरी खंडवा पहुंची जहां पर इंदिरा चौक कांग्रेसियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया फिर यह यात्रा गांधी भवन पहुंची,
पत्रकारों से चर्चा के दौरान कंप्यूटर बाबा ने मध्य प्रदेश सरकार और बीजेपी सरकार को खड़ी खोटी सुनाई, कंप्यूटर बाबा ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहती है। धरातल पर इसका कुछ काम नहीं देखने को मिल रहा है। सनातन धर्म की बात करने वाली भाजपा सरकार गौ माता की रक्षा करने पर क्यों नाकाम साबित हो रही है।कंप्यूटर बाबा ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार गाय के प्रति एकदम उदासीन है।
तमाम योजनाएं बनती हैं, लेकिन गौ माता के लिए क्यों नहीं सरकार योजनाएं बना रही है। यह दर-दर की ठोकर खा रही हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम कमलनाथ की सरकार ने गौ माता के लिए कई गौशाला बनवा और गाय के प्रति काफी योजनाएं चलाई, लेकिन इस सरकार में सभी योजनाएं बंद हो गईं।
जो गौशालाएं बनी हैं, उनमें खाने-पीने की भी व्यवस्था नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम पूरे संत समाज के लोग गली-गली, गांव-गांव जाकर गाय बचाओ अभियान चलाएंगे और सरकार को गाय बचाओ अभियान में सहयोग देना चाहिए, ताकि हमारी गौ माता की रक्षा की जा सके। खंडवा में सैकड़ो की संख्या में संत समाज मौजूद रहा।
इस मौके पर यात्रा संयोजक महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा ने कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार सनातन विरोधी है।हमें सनातन के प्रति आस्था रखने वाली सरकार को लाना है।महामंडलेश्वर ने कहा कि जो गौशाला खोली गई थी, आज उसमें मवेशी नजर नहीं आते। चारे, भूसे, पानी का जो प्रावधान किया था, वह बंद कर दिया। कर्मचारियों को हटा दिया। गाय अगर वोट देती, तो सरकार इनके लिए भी कुछ ना कुछ घोषणा करती। संतो को भी गौ माता बचाने के दिशा में आगे आना चाहिए।गौ माता को बचाने सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। गौ संवर्धन बोर्ड बनाया जरूर है, लेकिन इसके संयोजक को पुतला बना दिया है। हमने गौ माता बचाने के लिए सरकार के सामने कई बार मांग रखी लेकिन अनसुना कर दिया। गाय बचाओ यात्रा 26 सितंबर को चित्रकूट से शुरू हुई। प्रदेश के कई जिलों से होते हुए 10 अक्टूबर को उज्जैन पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा। गांधी भवन पहुंचने पर कंप्यूटर बाबा के साथ-100 संत भी चल रहे थे, बलराम वर्मा, कन्नू वर्मा, कुंदन मालवीय, जगदीश चंद देवेंद्र जैन, रचना तिवारी, मोनिका , समीर खान, रिंकू सोनकर आदि उपस्थित थे।