Manawar News: मनावर के सोहन सोलंकी अयोध्या में श्री ‘Ram Mandir’ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी में लगे अयोध्या में 50 एकड़ भूमि में बसा है तीर्थक्षेत्र पुरम।
‘संतो एवं श्रद्धालुओं की सम्पूर्ण सुविधाओं को लेकर रखा जा रहा है ध्यान’
मनावर (पवन प्रजापति ): अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर संपूर्ण भारत में एक उल्लास का माहौल है। इस दिन अपनी ओर से प्रभु श्री राम की वंदना करके हर कोई धन्य होना चाहता है। इसमें सहभागिता को लेकर हर कोई आतुर है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह कितना भव्य और दिव्य होगा इसको लेकर हर मन में उत्सुकता है और यह उत्सुकता तब और बढ़ जाती है जब कोई अपना इस तीर्थ नगरी में काफी समय से अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर सेवा कार्य कर रहा हो।
मनावर से छोटे ग्राम जाजमखेड़ी के सोहन सोलंकी विश्व हिंदू परिषद के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के संगठन मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए केंद्रीय आवास प्रमुख के रूप में अयोध्या में तीर्थक्षेत्र पुरम में संतों एवं श्रद्धालुओं के आवास कार्यों में विहिप के करीब 500 कार्यकर्ताओं के साथ विगत दो माह से दिन रात जुटे हुए हैं। हमारे संवाददाता ने मोबाइल पर सोहन सोलंकी से चर्चा कर तीर्थ नगरी अयोध्या का माहौल और वहां आने वाले संतों एवं श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं व तैयारियों को लेकर चर्चा की।
सोहन सोलंकी ने चर्चा में बताया कि हम सबका सौभाग्य है कि हमे राम जन्मभूमि क्षेत्र में कार्य करने का अवसर मिल रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा टीन सिटी का निर्माण किया गया है। इस क्षेत्र को जिसे तीर्थक्षेत्र पुरम नाम दिया है, लगभग 50 एकड़ जमीन पर पूरे विश्व और देश-प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं एवं संतों के लिए पूर्ण व्यवस्था की जा रही हैं। सभी आवश्यक व्यवस्थाओं से परिपूर्ण इस टीन सिटी में यहां रह सके और किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
संतो के आवास के लिए 6 नगर बसाए गए हैं। चार नगरों में कूल 1200 लेट बाथ अटैच कमरे हैं। जबकि दो नगर बड़े होकर डॉरमेट्री (छोटे बड़े कूल 320 हॉल) है। सभी नगरों को जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में नेतृत्व करने वाले महापुरुषों के नाम पर रखे हैं। श्रद्धेय अशोक सिंहल परिसर, पूज्य संत अभिराम दास नगर, पूज्य महंत अवैद्यनाथ जी नगर, पूज्य महंत वामदेव जी नगर, पूज्य परमहंस रामकष्ण नगर, माननीय मोरोपंत पिंगले नगर, माननीय ओंकार जी भावे नगर। छ: ही नगरों में छ: बड़ी भोजनशाला के माध्यम से भोजन निर्माण की व्यवस्था की गई है। 12 हज़ार श्रद्धालुओं के आवास, भोजन व सब प्रकार की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था 26 जनवरी से फ़रवरी अंत तक देश भर से अलग अलग प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहेगी। सभी प्रांतों को अयोध्या आने के लिए अलग अलग दिनांक दी गई है। जिनके लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए यहां 12 बोरिंग कराए गए हैं। हर नगर में तीन-तीन पानी की टंकियां लगाई गई है। जिसमें प्रत्येक नगर में 18 हज़ार लीटर पानी रहेगा। सर्दी के मौसम को देखते हुए यहां तक की स्नान के लिए यहां पर गर्म पानी की भी व्यवस्था रहेगी। यही नहीं संतों के पीने के लिए भी गर्म पानी उपलब्ध रहेगा। पूज्य संतों और उनके साथ आने वाले सहायकों के आवास की भी व्यवस्था की जा रही है।हर कार्य पर बारीक और पैनी नजर रखी जा रही है। यहां तक की संत जिन वाहनों से आएंगे उनके चालकों के लिए भी अलग से आवास की व्यवस्था की गई है। उत्सव को पूरी तरह धर्ममय बनाने को लेकर कमरो से लेकर संतो के बिस्तर तक केसरिया रंग से बनाए गए हैं। कुल मिलाकर तीन बिस्तर का एक कमरा रहेगा। लाइट आदि सहित हर प्रकार की सुख सुविधा का ध्यान रखा गया है। इन कमरों में प्रवेश करने पर ऐसा लगेगा ही नहीं कि यह टीन का बनाया हुआ है। तीर्थक्षेत्र पुरम से जन्मभूमि करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। लाखों लोगों के एक साथ आने से यहां पर मोबाइल हैंग ना हो उसके लिए भी व्यवस्था की गई। नेट सुचारू चले इसके लिए अलग-अलग मोबाइल कंपनियों के यहां पर टावर लगाए गए हैं। 22 जनवरी को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां सब निश्चित रहेगा कि कौन किस नगर में किस कमरे में ठहरेगा। इसके लिए विहिप ने पूर्व से ही तैयारी कर ली है।प्रत्येक आने वाला केवल दो दिन ही इस नगर में रूक पाएगा। इसके बाद अगले आने वाले को स्थान दिया जाएगा।वाहन पार्किंग के लिए भी इस टेंट सिटी के भीतर ही व्यवस्था की गई है। हर नगर के प्रबंधन के लिए कार्यकर्ताओं की टोलियां बनाई गई है, जो उसी नगर में रहकर व्यवस्थाएं देखेंगे।
सोहन सोलंकी ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चर्चा में आगे बताया कि यदि किसी व्यक्ति को मेडिकल इमरजेंसी हो जाती है तो इसके लिए यहां 20 बेड वाला अस्पताल बनाया गया है। जहां पर सारी मेडिकल सुविधा उपलब्ध रहेगी। ओपीडी, प्राथमिक उपचार से लेकर हर व्यवस्थाएं निश्चित कर दी गई है।स्पेशल रूम बनाए गए हैं ताकि जांच कर सके व दवाइयां दे सके। महिला मरीजों के लिए अलग से रूम बनाए गए हैं। पास में ही चिकित्सकों के रूम भी बनाए गए हैं।
सोहन सोलंकी ने बताया कि कार सेवा में बलिदान हुए बलिदानियों के परिजनों को भी उत्सव में आमंत्रित किया है। गोधरा कांड में प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों के परिजनों को भी आमंत्रित किया गया है। जो श्रद्धालु 22 जनवरी को कार्यक्रम में नहीं आ पाएंगे वह संगठन के निमंत्रण पर 26 जनवरी से फ़रवरी अन्त तक अयोध्या आएंगे। प्रभु श्री राम के मंदिर में विराजित होने के उत्सव को लेकर जहां तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ज्यादा से ज्यादा भव्य दिव्य बनाने के लिए कार्य कर रहा है, वही विश्व हिंदू परिषद इसकी सहयोगी की भूमिका में है। यहां कार्य करने वाले कार्यकर्ता कोई नौकरी छोड़कर आया है तो कोई अपनी दुकान छोड़कर आया है और पूर्ण रूप से समर्पण और त्याग से कार्य कर रामकाज में अपने आप को धन्य मान रहा हैै।