मकड़ाई समाचार इंदौर। सब्जी और फलों की प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी देवी अहिल्याबाई होलकर (चोइथराम) मंडी में फिर अव्यवस्थाओं ने डेरा जमा लिया है। तमाम कोशिशों के बावजूद मंडी का ढर्रा नहीं सुधरा है। यह मंडी थोक व्यापारियों के लिए है, लेकिन यहां खेरची बिक्री करने वालों ने फिर स्थायी दुकानों के सामने सड़क पर कब्जा जमा लिया है। गेट नंबर दो से किसानों और व्यापारियों का प्रवेश होता है, इस गेट के आसपास भी खेरची दुकान लगाने वाले जमे रहते हैं।
मंडी में भीड़ नियंत्रण के लिए दक्षिण की तरफ नया गेट बनाया था, लेकिन फिलहाल उसे भी बंद कर दिया गया है। इससे परेशानी और बढ़ गई है। शहर में जब कोरोना महामारी चरम पर थी, तब यहां कई व्यापारी भी संक्रमित पाए गए थे। मंडी की भीड़ कम करने के लिए मंडी समिति ने प्रशासन की मदद से खेरची दुकानदारों को बाहर किया था, लेकिन धीरे-धीरे फिर सब जस का तस हो गया है। मंडी में न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है, न ही अन्य ऐहतियात बरती जा रही है। इसे लेकर थोक व्यापारियों में फिर कोरोना फैलने की दहशत है।
कोरोना संक्रमण तो अपनी जगह है ही, लेकिन मंडी में दुकानों और प्रवेश द्वार के सामने सड़क पर ही दुकान लगाए खेरची दुकानदारों के कारण यातायात भी प्रभावित होता है। बाहर से सब्जी और फल लेकर मंडी आने वाले किसानों और अन्य कारोबारियों के वाहन निकलने भी मुश्किल हो रही है। मंडी प्रशासन इस मामले में कुछ नहीं कर पा रहा है।