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फिर बिगड़ी दिल्ली की हवा, सोमवार तक राजधानी में ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी

नई दिल्लीः दिल्ली में शनिवार को मामूली सुधार के बाद वायु की गुणवत्ता एक बार फिर खराब हो गई। पटाखों के बाद अब हरियाणा-पंजाब में पराली जलाने के कारण दिल्ली की हवा में प्रदूषण बढ़ा है। शनिवार शाम को प्रदूषण की स्थिति ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई और इसका सूचकांक 403 दर्ज किया गया।

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सैटलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर आईएमडी ने दावा किया कि 8 नवंबर को इस साल सबसे अधिक पराली जलाई गई है। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार पीएम 2.5 सांद्रता में वृद्धि के कारण मौसम संबंधी स्थिर परिस्थिति, दिल्ली में प्रदूषकों के वायुमंडल में तैरने और पराली जलाने से इस इसमें हुआ इजाफा शामिल है।

12 नवंबर तक ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी
हवा की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने निर्माण गतिविधियों, कोयला और बायोमास पर आधारित उद्योगों और ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवंबर तक बढ़ा दी है जबकि दूसरी ओर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने पटाखों की बिक्री और उन्हें जलाए जाने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं होने पर दिल्ली-एनसीआर के पुलिस विभागों और अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पटाखों जलाने के संबंध में भादसं की धारा 188 (जनसेवक द्वारा उद्घोषित आदेश का उल्लंघन) के तहत कम से कम 562 मामले दर्ज किए हैं।