हडिया: सोलह श्राद्ध के दौरान अपने पितरों को मोक्ष देने के लिए नर्मदा जल में तर्पण करने का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। इसी क्रम में प्रतिवर्ष सोलह श्राद्ध के दौरान स्थानीय रिद्धनाथ घाट पर पागल आश्रम के पंडित रामकृष्ण शर्मा द्वारा यहां पर हिंदू रीति-रिवाज से तर्पण कार्य दोपहर 11:00 बजे से 12:00 बजे तक कराया जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण जन शामिल होकर विधि-विधान से तर्पण कार्य करते हैं। पंडित रामकृष्ण शर्मा ने बताया कि तर्पण करने से पितरों को मुक्ति मिलती है। जैसे श्राद्ध का कर्म का विशेष महत्व है।
वैसे ही नर्मदा जल में किए गए तर्पण का भी शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में यहां किसी भी प्रकार का कोई जाति बंधन ना रखते हुए सभी ग्रामीण जनों को निशुल्क रूप से प्रतिवर्ष तर्पण कार्य कराया जाता है। जो भी श्रद्धालु अपने पितरों के निमित तर्पण कार्य करना चाहते हैं। वह सोलह श्राद्ध के दौरान किसी भी दिन तर्पण में शामिल होकर अपने पितरों को जल देकर तर्पण कर सकते हैं।