Bed Course Closed: शिक्षक भर्ती की योग्यता में होगा बड़ा बदलाव, इस कोर्स को किया जाएगा बंद, देखे पूरी जानकारी
बीएड कोर्स कर चुके अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खबर है: सरकार ने बीएड कोर्स को पूरी तरह से बंद कर दिया है। इसके साथ ही, 2030 से शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता भी बदल दी जाएगी। यदि आप बीएड कोर्स करने की सोच रहे हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है कि अब से छह साल बाद, यानी 2030 में, शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता बदल जाएगी। शिक्षक भर्ती अब चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के आधार पर होगी। साथ ही, डीएलएड कोर्स को भी सरकार पूरी तरह से खत्म कर देगी।
4 वर्षीय Bed कोर्स होगा बंद !
जानकारी के अनुसार, सरकार ने चार वर्षीय बीएड कोर्स को भी बंद करने का फैसला किया है। सरकार की योजना है कि 2025 से बीएड कोर्स नहीं कराया जाएगा। यह कदम उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए उठाया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के तहत राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) बीएड कोर्स में तेजी से बदलाव कर रही है।
बीएड कोर्स खत्म करने से पहले, सरकार शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता में बदलाव की तैयारी कर रही है। इसके लिए नई योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में, कई तरह के शिक्षक प्रशिक्षण की योजनाओं पर काम किया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 2030 तक सभी राज्यों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के तय मानकों के आधार पर बहुविभाषी संस्थान विकसित किए जाएंगे।
NCTE ने अब 2 साल के स्पेशल बीएड कोर्स के साथ-साथ पुराने 4 वर्षीय बीएड कोर्स (BA-B.Ed और B.Sc-B.Ed) को भी बंद करने का ऐलान किया है। इसके लिए विभाग ने आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी किया है। अब नए एडमिशन प्रोसेस के तहत 4 वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स (ITP) को ही अपनाया जाएगा।
अब ITP के तहत होगी भर्ती –
NCTE का कहना है कि जो संस्थान 4 वर्षीय बीएड कोर्स चला रहे हैं, उन्हें 2025 तक ही छात्रों को एडमिशन देने की अनुमति होगी। इसके बाद, नया बीएड कोर्स, यानी ITP कोर्स, शुरू किया जाएगा। कई अभ्यर्थियों के मन में सवाल है कि 2030 से शिक्षक भर्ती की न्यूनतम योग्यता बदल जाएगी या नहीं। इसका जवाब है, हां। 2030 के बाद सभी शिक्षक भर्तियां 4 वर्षीय ITP कोर्स के आधार पर ही होंगी। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2027-28 से सभी डीएलएड पाठ्यक्रम भी समाप्त कर दिए जाएंगे।
सरकार ने बीएड के 4 वर्षीय पाठ्यक्रम की जगह नया ITP कोर्स शुरू किया है, जिसके लिए वर्तमान में प्रवेश शुरू हो चुके हैं। यह प्रवेश फिलहाल कुछ ही कॉलेजों में शुरू किए गए हैं, लेकिन अगले साल तक देश के सभी कॉलेजों में लागू कर दिए जाएंगे।
यह फैसला शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और भविष्य के शिक्षकों को अधिक सक्षम और योग्य बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं, ताकि शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके और वे बच्चों को अधिक प्रभावी ढंग से शिक्षा प्रदान कर सकें।
तो, यदि आप शिक्षक बनने की सोच रहे हैं, तो आपको इन बदलावों के बारे में जानकारी होनी चाहिए और अपनी तैयारी को उसी के अनुसार ढालना चाहिए। अब शिक्षक बनने के लिए केवल 2 साल का बीएड कोर्स पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि आपको 4 साल का एकीकृत कोर्स करना होगा। यह बदलाव शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे देश की शिक्षा प्रणाली में सुधार होने की उम्मीद है। सरकार की यह पहल शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार लाने और शिक्षा को अधिक प्रभावी बनाने के लिए है।
2030 तक इन सभी बदलावों को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा, जिससे शिक्षक बनने की प्रक्रिया में सुधार होगा और शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। इसलिए, यदि आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो इन बदलावों के लिए तैयार रहें और अपने भविष्य की योजना को इसी के अनुसार बनाएं।
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