ब्रेकिंग
हरदा: स्टेशन सौन्दर्यीकरण व यात्री सुविधा विस्तार के लिये हटाया गया अतिक्रमण चाकूबाजी में घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनो ने कलेक्ट्रेड कार्यालय के बाहर शव रखकर किया ... हरदा: मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग ने जिले के प्रशासनिक अमले की बैठक ली नपा के द्वारा बुलडोजर की कार्यवाही गरीबों के साथ अन्याय है। हरदा विधायक डाॅ. दोगने ने की जिला प्रशा... डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्य तिथि पर किया माल्यार्पण एवं पौधारोपण  मप्र मे मानसून का आगाज: टीकमगढ़ मे हुई भारी बारिश!  बारिश नदी नाले उफान पर निचले स्थानों पर भराया प... तांत्रिक क्रिया से मां को स्वस्थ करने और पिता भाई को मारने की धमकी देकर फिर मांगे 40 लाख! पुलिस ने 3... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे हरदा: रिलाएबल सोसायटी ने आयोजित किया यूथ मीट :यूथ वॉइस के माध्यम से युवा स्वास्थ्य, नशाखोरी तथा भ्रष... घोर कलयुग हैवान दरिंदे भतीजे ने 80 साल की वृद्धा ( बड़ी मां) के साथ किया दुष्कर्म, पुलिस ने दस घंटे ...

Betul News:प्रसव पूर्व दर्द सेे कराहती महिला को चादर की झोली में 4 किमी पैदल चलकर अस्पताल पहुुंचाया, सड़क नही है आदिवासी हो रहेे परेशान

मकड़ाई एक्सप्रेेस 24 बैतूला। जिले के भीमपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत चिल्लौर के भंवईपुरा गांव तक पहुंचने के लिए चार किमी लंबी सड़क का निर्माण न होने से ग्रामीणों को बारिश में खासी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं। शनिवार को गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर स्वजन और ग्रामीणों ने कपड़े की झोली बनाई और उसे कंधों पर टांगकर चार किमी की दूरी पैदल तय कर मुख्य सड़क तक पहुंचाया। यहां से निजी वाहन से महिला को भीमपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। अस्पताल में महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया।

चार किमी लंबे रास्ते में चमुल नदी बड़ी बाधा

- Install Android App -

ग्राम भंवईपुरा में 19 वर्षीय ललिता पति महेश को शनिवार को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर स्वजन उसे अस्पताल ले जाने के लिए परेशान हो रहे थे। ग्रामीणों ने दो लकड़ी में चादर बांधकर झोली बनाई और गर्भवती को उसमें डालकर ले जाने की तैयारी की। चार किमी लंबे रास्ते में चामुल नदी बड़ी बाधा भी है। नदी में पानी होने के बाद भी ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर ललिता को मेघनाथ ढाना तक पहुंचाया। यहां से उसे निजी वाहन में सवार कर भीमपुर अस्पताल ले जाया गया।

जच्चा-बच्चा दोनों की हालत ठीक

भीमपुर के बीएमओ ब्रजेश यादव ने बताया कि ललिता का सुरक्षित प्रसव कराया गया और उसने बालक को जन्म दिया है। जच्चा-बच्चा दोनों की हालत ठीक है। भवईपुर गांव तक सडक़ नहीं होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। नेटवर्क नहीं होने के कारण एंबुलेंस को बुलाने के लिए संपर्क करने में भी बेहद दिक्कत होती है।