म.प्र. के नए सीएम मोहन यादव एक के बाद एक कठोर आदेश दे रहे पहले धार्मिक स्थलो पर लाउड स्पीकर हटाये जाने अब सरकारी जमीन पर बने धार्मिक स्थलो की जांच की जायेगी।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल : नई सरकार बनते ही नए मुखिया के आदेश जारी हो गए है| उन्होने धार्मिक स्थलों पर किसी को आपत्ति होेने पर परेशान करने वाले लाउडस्पीकर हटाए जाने को कहा |
प्रदेश के मुखिया डा. मोहन यादव ने आदेश जारी किया है कि प्रदेश में सरकारी जमीनों पर बने धार्मिक स्थलों की जांच की जाएं। म.प्र. की नई सरकार के लगातार आ रहे इन आदेशों से लग रहा है कि डा. मोहन यादव भी योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर प्रदेश में सनातनी सत्ता शंखनाद करेंगें। उत्तरप्रदेश की तरह मध्य प्रदेश में अब सनातनी सरकार का राज आता दिख रहा है। प्रदेश के मुखिया डा. मोहन यादव एक के बाद एक ऐसे निर्णय कर रहे हैं। जो अब तक तुष्टीकरण की आड़ में अपने अंजाम तक नहीं पहुंचे थे।
म.प्र. की बागडोर हाथ में आते ही सीएम डा. मोहन यादव ने धार्मिक स्थलों द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्रों का दुरुपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। धार्मिक स्थलों में निर्धारित सीमा से तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर या किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्र पर रोक लगाने के लिए अभियान प्रारंभ कर दिया है।
मध्य प्रदेश में उन धार्मिक स्थलों की भी पहचान की जायेगी जो वर्षो से सरकारी भूमि पर बिना अनुमति के बने हुए हैं। जांच का मुख्य बिंदू यह है कि इन स्थलों के निर्माण में धन कहां से आया है। यह सरकार का एक बहुत बड़ा निर्णय होगा। सरकार उन धार्मिक स्थलों पर कठोर निर्णय लेगी जो बिना अनुमति के सरकारी जमीनों पर बने हुए है। निर्णय के पालन में सरकार कोई भेदभाव न कर बड़ा निर्णय लेने की तैयारी कर रही है। इसका मुख्य कारण यह भी है कि प्रदेश में एक वर्ग विशेष ने अत्यधिक संख्या में कई मंजिलों वाले अपने धर्म स्थल खड़े कर दिए हैं। इन पर नगर निगमों या विकास प्राधिकरणों ने हमेशा आंख ही रखी है। सत्ता संभालते ही मोहन यादव ने ताबड़तोड़ जो फैसले किए इनमें योगी आदित्यनाथ सरकार की झलक नजर आ रही है। कई धार्मिक स्थलों में निर्धारित सीमा से तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर आमजन के शांतिप्रिय जीवन में खलल डालता है। इनके लिए सरकार उड़नदस्ते बना रही है।