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खुशखबरी! MP के किसानों की हुई बल्ले-बल्ले, छुट्टी के दिन भी होगी गेहूं की सरकारी खरीदी, ₹2600 रेट फाइनल!

मध्य प्रदेश के किसानों के लिए राहत भरी खबर! अब छुट्टी वाले दिन भी wheat procurement केंद्र खुले रहेंगे। जानें सरकार का नया फैसला, ₹2600/क्विंटल का भाव और कलेक्टरों को मिले खास निर्देश। पूरी जानकारी यहाँ।

नमस्कार किसान भाइयों! आपके लिए एक ऐसी खबर लेकर आए हैं जिसे सुनकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। मध्य प्रदेश सरकार ने आपकी सुविधा के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और किसान-हितैषी फैसला लिया है। अब आपको अपनी मेहनत से उगाई गेहूं की फसल बेचने के लिए सरकारी छुट्टियों का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा!

छुट्टी वाले दिन भी खुले रहेंगे खरीदी केंद्र

जैसा कि आप जानते हैं, मध्य प्रदेश में अभी गेहूं खरीदी यानि wheat procurement का काम जोर-शोर से चल रहा है। किसान भाई अपनी उपज लेकर खरीदी केन्द्रों पर पहुँच रहे हैं। सरकार इस साल गेहूं का शानदार दाम भी दे रही है – पूरे ₹2600 प्रति क्विंटल! इसमें ₹2425 प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य और ₹175 प्रति क्विंटल का बोनस शामिल है।

इसी बीच, एक बड़ी अपडेट आई है। प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री, श्री गोविंद सिंह राजपूत जी ने जानकारी दी है कि आने वाली 18 और 19 अप्रैल को सरकारी छुट्टी (सार्वजनिक अवकाश) होने के बावजूद, सभी wheat procurement केंद्र खुले रहेंगे और गेहूं खरीदी का काम बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा।

क्यों लिया गया ये फैसला?

मंत्री जी ने बताया कि यह फैसला खासतौर पर आप अन्नदाताओं की सहूलियत और फायदे को ध्यान में रखकर लिया गया है। सरकार नहीं चाहती कि छुट्टियों की वजह से गेहूं खरीदी के काम में कोई बाधा आए और आपको अपनी उपज बेचने में किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े। अब आप इन छुट्टी वाले दिनों में भी आराम से अपना स्लॉट बुक करके खरीदी केंद्र पर जा सकते हैं और बिना किसी झंझट के अपना गेहूं बेच सकते हैं। सरकार ने इसके लिए सारी जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दे दिए हैं।

स्लॉट बुकिंग और अन्य व्यवस्थाएं

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किसान भाई इन छुट्टियों (18 और 19 अप्रैल) के लिए अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक करा सकते हैं। सरकार का प्रयास है कि पूरी wheat procurement प्रक्रिया एकदम सुचारू रूप से चले। इसके लिए खरीदी केंद्रों पर गेहूं की तुलाई, उसका सही रखरखाव, किसानों को समय पर भुगतान और उपज का परिवहन, इन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने पर जोर दिया जा रहा है।

कलेक्टरों को सख्त निगरानी के निर्देश

मामले की गंभीरता को देखते हुए, खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स को भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उनसे कहा गया है कि वे अपने-अपने जिलों में चल रहे wheat procurement केन्द्रों पर लगातार नज़र रखें और सुनिश्चित करें कि सब कुछ ठीक चल रहा है।

कलेक्टरों को यह भी देखने के लिए कहा गया है कि खरीदी के काम से जुड़े कर्मचारी, अधिकारी और एजेंसियां पूरी मुस्तैदी और पारदर्शिता से अपना काम करें। सबसे महत्वपूर्ण बात, यह सुनिश्चित किया जाए कि किसान भाइयों को खरीदी केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारों में खड़ा होकर घंटों इंतज़ार न करना पड़े। सारी प्रक्रिया समय पर और ईमानदारी से पूरी होनी चाहिए।

लापरवाही बर्दाश्त नहीं, शिकायत पर होगा तुरंत एक्शन

खाद्य मंत्री ने साफ़ शब्दों में कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से किसान हितैषी है और यह सरकार का दायित्व है कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई अनावश्यक परेशानी न हो। इसीलिए, छुट्टियों में भी खरीदी जारी रखने का यह बड़ा फैसला लिया गया है।

उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर किसी भी wheat procurement केंद्र से किसी भी तरह की लापरवाही, गड़बड़ी या अनियमितता की शिकायत मिलती है, तो इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ तुरंत और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पूरी wheat procurement प्रक्रिया पारदर्शी और किसान-हितैषी बनी रहे।

सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे खरीदी केन्द्रों पर जरूरी संसाधन और कर्मचारियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि छुट्टियों में भी काम बिना रुके चलता रहे।

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