शासन स्तर के फेक पत्र सोशल मीडिया में वायरल ! किसान आंदोलन में प्रदर्शन के दौरान जारी हुआ पत्र, एमएसपी बढ़ाने का कथित जिक्र ! जनसंपर्क से हुआ खंडन, कार्रवाई करने की कही गयी बात !
प्रदेश ब्यूरो हरदा भोपाल – हरदा में किसान आक्रोश रैली के सफल प्रदर्शन के दौरान देर शाम को शासन स्तर से सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने का प्रमुख सचिव स्तर का पत्र फर्जी साबित हुआ। हैरत की बात देखिए कि प्रशासनिक पत्रों की तर्ज पे फर्जी पत्र लिखकर बाकायदा प्रमुख सचिव के दस्तखत कर इन्हें सोशल मीडिया पर जारी किया गया। अब ये पत्र के बनाने वाले, फैलाने वाले कौन हैं ये जांच का विषय है। मामला जो भी हो जनता के बीच मे मध्यप्रदेश शासन के प्रमुख सचिव द्वारा जारी पत्र से शासन की किरकिरी हो रही है। इस पत्र का मकसद भले ही किसान आंदोलन की दिशा बदलना हो या कोई रुकावट पैदा करना हो या किसानों को भ्रमित करना हो । फिलहाल एकजुट किसानों की कटिबद्धता के चलते इस फेक पत्र से शासन की किरकिरी होती दिखाई दे रही है। जनसंपर्क द्वारा इस पत्र का खंडन कर कार्रवाई की जाने की बात कहना तो फिलहाल यही बताता है।
● क्या है फेक पत्र में –
भोपाल: राजधानी भोपाल से मध्यप्रदेश शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मंत्रालय, भोपाल ने एक पत्र आज जारी हुआ । जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। उसमे उल्लेख है कि मंत्री परिषद की बैठक दिनांक 13.09.2024 निर्णय अनुसार 2024-25 विपणन खरीफ फसल सोयाबीन सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य हेतु (एमएसपी)
सरकार ने 2024-25 विपणन मौसम की उचित औसत गुणवत्ता की अधिदेशित खरीफ फसल सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य की वृद्धी को मंजूरी दे दी है। सरकार का खरीफ फसलो की एमएसपी मे वृद्धी का निर्णय किसानो को उत्पादन लागत के उपर कम से कम 50 प्रतिशत मुनाफा देने की प्रतिबद्धता को पूरा करता है। 2024-25 विपणन खरीफ मौसम की सोयाबीन फसल एमएसपी का मूल्य 2023-24 में 4600/- रूपये प्रति क्विंटल से बडाकर 2024-25 में 5789/- रूपये प्रति क्विंटल की जाती है।
■ ये थी त्रुटियां –
इस पत्र में ‘वृद्धी’ और ‘बडाकर’ जैसे त्रुटिपूर्ण शब्द लिखे गए हैं। प्रमुख सचिव के हस्ताक्षर में भी भिन्नता देखी गयी है।
■ क्या कहा किसान नेता ने-
इधर, इस पत्र को लेकर किसान आंदोलन को भ्रमित करने और डायवर्ट करने की चर्चा किसानों के बीच रही । किसान नेता राम इनानिया बताते हैं कि किसान आंदोलन को चरणबद्ध मिल रही सफलता से कथित विघ्नसंतोषी आहत हैं। और वे किसी भी स्तर पर जाकर आंदोलन से किसानों को मोड़ना चाहते हैं। इस हेतु आनन फानन में शासन स्तर का फेक पत्र जारी कर दिया गया। अब शासन को कार्रवाई कर इस फेक पत्र की सच्चाई को सामने लाना होगा।
■ क्या कहा प्रमुख सचिव ने –
*सोयाबीन एमएसपी बढ़ाने संबंधी भ्रामक समाचार फैलाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे*: सचिव कृषि श्री सेल्वेंद्रन
सचिव , किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग श्री एम. सेल्वेंद्रन ने बताया है कि सोशल मीडिया पर वर्ष 2024 -25 के लिए सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने संबंधी फर्जी पत्र वायरल हो रहा है। उन्होंने बताया है कि फर्जी पत्र में प्रमुख सचिव , किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के प्रमुख सचिव एस. सेल्वेंद्र के हस्ताक्षर से वर्ष 2024 -24 विपणन खरीफ फसल सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 5789 रुपए प्रति क्विंटल करने का जिक्र है , जो कि पूर्णतः फर्जी और भ्रामक है।
सचिव श्री सेल्वेंद्रन ने बताया है कि पत्र पूर्णतया फर्जी है। फर्जी पत्र को वायरल करके भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।