हंडिया: ग्रामीण क्षेत्र की सीमा में तेज रफ्तार वाहनों से खतरा: अखातेआम चौराहे पर नही है स्पीड ब्रेकर !
हंडिया।तहसील मुख्यालय पर एक ऐसा भी चौराहा है जहां से होकर विद्यालय के बच्चे भी गुजरते हैं।लेकिन इस चौराहे पर तेज रफ्तार वाले वाहनो पर अंकुश लगाने के लिए एक भी स्पीड ब्रेकर नही है।जिससे यहां आए दिन दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
तहसील मुख्यालय हंडिया मे पेट्रोल पंप बायपास से हंडिया मार्ग और भमोरी से हंडिया बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्ग पर एक चौराहा है।जिसे अखातेआम चौराहे के नाम से भी जाना जाता है।इस चौराहे से स्थानीय अधिकारी भी गुजरते हैं।और तो और यहां से मां नर्मदा की रेती की अवैध तरिके से चोरी करने वाले ट्रैक्टर ट्रॉली भी पकड़े जाने के डर से तेज गति से गुजरते है।लेकिन यहां गति अवरोधक नही होने से हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है।पूर्व में यहां कुछ दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।समय रहते इस व्यस्तम चौराहे पर गति अवरोधक का निर्माण करा दिया जाए तो वाहनो की रफ्तार पर अंकुश लगाया जा सकता है।
विदित है कि इस चौराहे पर से चौबीस घंटे वाहनो का आवागमन लगा रहता है।अगर स्थानीय प्रशासन अधिकारी और जनप्रतिनिधी समय रहते कोई ठोस कदम नही उठाते हैं तो किसी दिन बड़ी भयंकर दुर्घटना हो सकती है।जिससे जानमाल का भी भारी नुकसान हो सकता है।
तेज रफ्तार और प्रेशर हार्न वाले वाहनों में हुई वृद्धि!
देखने मे आ रहा है कि इन दिनों मोटरसाइकिलों पर प्रेशर हार्न लगाकर तेज गति से वाहन चलाने का प्रचलन हो गया है।जिससे पैदल चलने वाले राहगीरो खासकर छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग लोग घबड़ा जाते हैं।
भविष्य में किसी प्रकार दुर्घटना न हो? इसलिए इन प्रेशर हार्न वाले तेज गति से वाहन चलाने वाले और तीन सवारी वाले वाहन चालको पर सख्त कार्रवाई की जाए।