हरदा : जिले की सीमा के आखिरी गांव में 13 सालो से एक ही जगह पदस्थ शिक्षिका की हिटलर शाही से परेशान ग्रामीण, सरपंच सहित ग्रामीणों का आरोप शिकायत की तो जेल भेज दूंगी देती है धमकी, कलेक्टर के पास पहुंची शिकायत !
पूर्व में जिला शिक्षा अधिकारी को ग्रामीणों ने की थी शिकायत नहीं हुई जांच नहीं हुई कोई कार्यवाही…
हरदा : आदिवासी क्षेत्र में बच्चों का भविष्य अंधकार में है। अधिकारियों की अनदेखी मनमानी के चलते एक ही स्थान पर कई विभागों में वर्षो से अधिकारी जमें हुए है। वही शिक्षा विभाग की बात करे तो कई ऐसे स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में है। जहा शिक्षको ने एक ही स्कूल में बीस से पच्चीस साल गुजार दिए। उनका ट्रांसफर आज तक नहीं हुआ। इस कारण सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार भी हो रहा है। मंगलवार को टिमरनी विकासखंड के एक गांव के कुछ ग्रामीणों हरदा जनसुनवाई में कलेक्टर महोदय के नाम एक लिखित शिकायत की।
शिकायत भी एक स्कूल की शिक्षिका की थी। जो 13 साल से एक ही स्कूल में पदस्थ है।
ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षिका मनमर्जी से काम करती है। ग्रामीणों ने शिकायत आवेदन में स्कूल की शिक्षिका पर मध्यान्ह भोजन के गेहूं बेचने चोरी का आरोप भी लगाया है। वही ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में कई बार शिकायत करने के बाद भी स्कूल की शिक्षिका को हटाया नहीं गया। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश है।
क्या लिखा है शिकायत आवेदन में –
प्रति
श्रीमान कलेक्टर महोदय
जिला जनसुनवाई हरदाविषय: शिक्षिका श्रीमती वर्षा आर्य को शासकीय नवीन माध्यमिक शाला पाटियाकुँआ से तत्काल हटाने बाबत्।
ग्रामवासी पाटियाकुँआ वालों की आपसे विनती है, कि हमारे ग्राम पाटियाकुँआ में श्रीमती वर्षा आर्य मा.शि. लगभग 13 वर्ष से पदस्थ है। वह कभी भी समय पर शाला नहीं आती है, बच्चों को पढ़ाती भी नहीं है, जिस कारण हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। हप्ते में एक दिन आकर पुरे हप्ते की दस्तखत करती है और 12 बजे आती है । लगभग 3 बजे चली जाती है। हमारे द्वारा शिक्षा अधिकारी महोदय जी से कई बार पूर्व में शिकायत की गई लेकिन आज दिनांक तक उसकी जाँच नहीं हुई। श्रीमती वर्षा आर्य हमारे बच्चों को मिलने वाला खाद्यान्न गेहू/चावल भी घर ले जाती है और बेचती है। हम ग्राम वालों ने एक बार तो शिक्षिका को रात में पिकअप में गेहूँ लोड करते पकड़ा तो हमें धमकी दी की तुम गाँव वाले ज्यादा बोलोगे तो तुम सब को झूठा गलत आरोप लगाकर फंसा दूँगी। और सब को जेल भेज दूँगी। सरकार से बच्चों के खेल-कूद की सामग्री के लिए शाला में जो पैसा मिलता है। उसक़ों भी खुद निकालकर खर्च करती स्वयं खर्च करती है खेल सामग्री शाला में नही लायी है। खाना बनाने के लिए शाला के दो गैस सिलेण्डर भी वह अपने घर ले कर गई है।
श्रीमान जी से हमारी विनती है, कि ऐसी चोरी करने वाली शिक्षिका, हमें धमकी देने वाली, एवं रोज शाला नहीं आने वाली शिक्षिका श्रीमती वर्षा आर्य को हमारे गाँव की माध्यमिक शाला पाटियाकुँआ से तत्काल हटाया जावे।
आवेदक
समस्त ग्रामवासी।