हरदा / कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने मंगलवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत उपस्थित नागरिकों की समस्याए सुनी। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्री सतीश राय व सुश्री रजनी वर्मा और एसडीएम हरदा श्री कुमार शानु देवड़िया सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे। जनसुनवाई कार्यक्रम में श्रीराम स्वसहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव ने कलेक्टर श्री सिंह को बताया कि ग्राम नीमसराय में नंदनी गौशाला का संचालन पूर्व में श्रीराम समूह द्वारा किया जा रहा था। शासन द्वारा गौशाला संचालन के लिये प्रतिमाह जो राशि दी जाती है।
उसमें से माह मार्च से जून 2023 तक कुल 4 माह की राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। साथ ही वर्ष 2024 के मार्च अप्रैल में समूह की अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा अपने खर्च पर 125 टैंक भूसा गौशाला में भरवाया गया, उसकी राशि भी प्राप्त नहीं हुई है। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी को प्रकरण की जांच कर आवेदकों का लंबित भुगतान कराने के निर्देश दिये।
जनसुनवाई में ग्राम बिरजाखेड़ी निवासी रमजान खां ने अपनी ग्राम रहटाखुर्द स्थित कृषि भूमि के रास्ते पर अतिक्रमण के संबंध में शिकायत की, जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने तहसीलदार हरदा को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिये। ग्राम गोगिया के ग्रामीणों ने कलेक्टर श्री सिंह को कृषि भूमि में सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध कराने के संबंध में आवेदन दिया।
उन्होने बताया कि हमारे खेतों में सिंचाई इकडालिया माईनर से होती है लेकिन किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री को मामले की जांच कर किसानों की समस्या का निराकरण कराने के निर्देश दिये। जनसुनवाई में ग्राम नकवाड़ा निवासी जमनाप्रसाद छापरे व ग्राम अबगांवकला निवासी शिवनारायण जाट ने मूंग फसल का भुगतान प्राप्त न होने के संबंध में आवेदन दिया।
जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने जिला विपणन अधिकारी व उपसंचालक कृषि को आवेदकों की समस्या का निराकरण कराने के निर्देश दिये।
जनसुनवाई में हरदा निवासी मंगला उइके ने कलेक्टर श्री सिंह को बताया कि वह सिद्धी विनायक एन्कलेव कॉलोनी में रहती है। कॉलोनी की नाली चौक होने से उसके घर के सामने चेम्बर का गंदा पानी सड़क पर जमा हो रहा है, जिससे काफी परेशानी हो रही है। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरदा को आवेदक की समस्या का निराकरण कराने के निर्देश दिये।