Harda / Sirali : आखिर कब मिलेगा इस गरीब किसान को न्याय, कई बार थानेदार कलेक्टर विधायक मंत्री को दे चुका आवेदन, लेकिन जिम्मेदार आंखों पर पट्टी बांधे हुए बेठे है। प्रथम दृष्टया ही रजिस्ट्री में भू माफिया ने की धोखाधड़ी फिर भी अधिकारी एफआईआर करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे
सिराली : सिराली तहसीलदार कार्यालय में न्याय के मंदिर में बैठे न्यायाधीश आखिर एक गरीब किसान को न्याय दिलवाने में इतना विलंब क्यों कर रहे है। किसान को क्यों गुमराह किया जा रहा है। यह बात समझ से परे है। सिराली तहसील के ग्राम भगवान पूरा में एक किसान के साथ भू माफिया धोखाधड़ी करता है। किसान द्वारा उसकी लिखित शिकायत जिले के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों के पास की जाती है। इतना ही नहीं कृषि मंत्री कमल पटेल जो अपने आप को किसान हितैषी होने का ढिंढोरा पीटते है। उनको भी लिखित शिकायत की लेकिन किसी ने भी इस किसान के दुख दर्द को नही समझा। किसान कर्ज में डूब गया। उसका मकान बिक गया। आज वो किराए के घर में रहने को मजबूर है। लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिल पाया। अखबारों के माध्यम से भी समय समय पर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया गया। और किसान के द्वारा की गई शिकायत की जांच करवाने की मांग की गई लेकिन जिला प्रशासन भी कुंभ कर्ण की नींद सोया हुआ है। आखिर किसान को इंसाफ कब मिलेगा। किसान का आरोप है की भू माफिया ने मेरे साथ धोखाधडी की, जिसका प्रमाण भी मौजूद है। फिर भी भू माफिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज नहीं हुई। वही राजस्व विभाग कहता है। की किसान की जमीन वो भी साढ़े 4 एकड़ नदी में वह गई। ऐसे हालातो में किसान को उसकी क्षति पूर्ति की राशि कोन देगा यह सवाल उठता है। किसान कई वर्षो से अधिकारियों के आगे चक्कर लगा रहा है। न तो दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही हुई और नही भू माफिया पर एफआईआर दर्ज।
क्या है पूरा मामला –
श्रीमान तहसीलदार महोदय
सिराली हरदाआवेदक गण। 01 श्रीमति आशाबाई पति उमेशसिंह राजपूत, निवासी ग्राम धुरगाडा, हाल निवासी नर्मदा कालोनी, सिराली, जिला हरदा म. प्र.
02 / उमेशसिंह पिता रामाधार राजपूत, निवासी ग्राम धुरगाडा, हाल निवासी नर्मदा कालोनी, सिराली, जिला हरदा म. प्र.
// बनाम LL
01/ शैली पति राकेश भावसार, निवासी ग्राम सिराली,
02/ राकेश आ. परसराम भावसार, निवासी ग्राम सिराली,
03/ मांगीलाल आ. कुंजीलाल राजपूत, निवासी ग्राम नहाली कला,
04/ चैनसिंह आ. हीरालाल राजपूत,
निवासी नहाली कला,
सभी आवेदक गणआवेदनपत्र वास्ते रजिस्टर्ड विक्रयपत्र के द्वारा
अनोवदकगण से क्रय की गई भूमि का नामांतरण करने एवं रजिस्ट्री अनुसार मौके का मिलान करने एवं रजिस्ट्री अनुसार खसरा व रकवा नही पाया जाने पर दोषी विक्रेतागण/अनोवदकगण के विरूध्द आपराधिक कार्यवाही करने बावतआवेदगण प्रार्थी है।
01/
यह कि, आवेदकगण आपस में पति-पत्नि है ।
02/ यह कि, आवेदिका श्रीमति आशाबाई के ने अनावेदकगण से दिनांक 24/05/2008 को निम्नानुसार भूमि कय की गई :-
> 01 / शैली पति राकेश भावसार, निवासी ग्राम सिराली.
ने खसरा नंबर 82/4 रकवा 1.620 हेक्टेयर, याने 04: एकड
02/ राकेश आ. परसराम भावसार, निवासी ग्राम सिराली, ख.नं. 82/3 रकवा 0.570 हेक्टेयर अर्थात् 1.41 एकड,
★ 03/ मांगीलाल आ. कुंजीलाल राजपूत ग्राम नहाली कला, ख.नं. 65/1, 55/1, 65/3 योग रकवा 0.619 हेक्टेयर अर्थात् 1.53 एकड़,
04/ चैनसिंह आ. हीरालाल राजपूत, निवासी भगवानपुरा, ख.नं. 82/1 रकवा 0.958 हेक्टेयर अर्थात् 2. 37 एकड,
03/ यह कि, रजिस्टर्ड विकयपत्र से कय की गई उपरोक्त भूमियों में से खसरा नंबर 55 / 1 का कोई भी रकवा आवेदिका श्रीमति आशा बाई के नाम आज तक दर्ज नही हुआ है, इस हेतु यह आवेदनपत्र पेश किया जा रहा है।
04/ यह कि, इसी प्रकार अनावेदक शैली पति राकेश भावसार, निवासी ग्राम सिराली ने खसरा नंबर 82/4 रकवा 1.620 हेक्टेयर याने 04 एकड भूमि की रजिस्ट्री की है, एवं अनावेदक राकेश आ. परसराम भावसार, निवासी ग्राम सिराली, ख.नं. 82/3 रकवा 0.570 हेक्टेयर अर्थात् 1.41 एकड की रजिस्ट्री की है, परंतु मौके पर इनका रकवा रजिस्ट्री अनुसार नही है, एवं राजस्व रिकार्ड में इन खसरा के रकवा पर सोयाबीन एवं गेहूं की फसल बोने का इन्द्राज है ।
// प्रार्थना //
अतः माननीय न्यायालय से निवेदन है कि, खसरा नंबर 55/1 का रकवा रजिस्ट्री अनुसार नामांतरण करके राजस्व रिकार्ड में आवेदिका श्रीमति आशाबाई का नाम दर्ज किया जावे, एवं खसरा नंबर 82/3 एवं 82/4 के रजिस्ट्री अनुसार मौके के रकवा का मिलान किया जावे, एवं भूमि रजिस्ट्री से कम होने पर विक्रेतागण पर कार्यवाही की जावे, एवं धोखाधडी करने वाले विक्रेतागण/अनोवदकगण के विरूध्द एफआईआर दर्ज कराई जावे, यह निवेदन है ।