हरदा / राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, आयुष्मान भारत निरामयम योजना के तहत निशुल्क हृदय रोग परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एच. पी. सिंह ने बताया कि भोपाल से आए चिकित्सकों के दल द्वारा कुल 37 बच्चों की जॉच की गई, इन बच्चों में से 19 बच्चों में हृदय रोग संबंधी समस्याएं पाई गई। शिविर स्थल पर ही हृदय रोग से ग्रसित बच्चों के एस्टीमेट तैयार किये गए।
इन सभी बच्चों की सर्जरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क की जावेगी। शिविर में चार एैसे बच्चों की जॉच भी की गई जिनका जन्म कुछ घंटो पूर्व ही जिला चिकित्सालय हरदा में हुआ है। शिविर में बच्चों के पंजीयन, सामान्य जॉच के बाद इको जॉच की गई। पूर्व में जिन बच्चों के हार्ट का ऑपरेशन हुआ है, एैसे बच्चों की फॉलोअप जॉच भी शिविर में की गई। शिविर में चिन्हित किए गए 0 से 18 वर्ष आयु के बच्चों का आगामी माह में ऑपरेशन करवाया जावेगा ।
ये सभी ऑपरेशन मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत निःशुल्क किये जावेंगे। भोपाल से आए हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्ञानेन्द्र नीखरा ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान सामान्य देखभाल से इस जन्मजात रोग की समस्या से बचा जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान आवश्यक जॉच अवश्य करवाना चाहिए एवं चिकित्सक, स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशों का पालन अवश्य करना चाहिए। संयुक्त कलेक्टर रजनी वर्मा ने शिविर का निरीक्षण किया और हितग्राहियों से चर्चा की। शिविर में आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ मंजू वर्मा, डॉ. पीएन छलौत्रे, डॉ. फजल खान, डॉ आशुतोष करोड़े, नीरज मालवीय, विकास राजपूत ने बच्चों की आवश्यक जॉच, परामर्श में सहयोग प्रदान किया। भोपाल से आई टीम में तरूण प्रजापति, आयुषी वर्मा, योगेन्द्र शर्मा, महेश दुबे थे।