सिवनी मालवा: कृषि उपज मंडी में किसानों की ट्रॉली शेडो की जगह पर दबंग व्यापारियों का कब्जा ! मंडी सचिव के नोटिस के बाद भी नहीं हटा रहे कब्जा व्यापारी
मंडी सचिव के ऊपर राजनीति दबाव बना रहे हैं व्यापारी
➡️ के के यदुवंशी पत्रकार,
सिवनी मालवा।कृषि उपज मंडी के हाल बेहाल है किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है। कृषि उपज मंडी बानापुरा में किसानों के लिए बनाए गए शेडो पर व्यापारि अपने अपने गोडाउन बना रहे है मंडी सचिव के नोटिस के बाद व्यापारी राजनीतिक दबाव बना रहे हैं। परन्तु इसे मंडी प्रबंधन की लापरवाही कहें या मंडी सचिव दिनेश लोखंडे का व्यापारियों के प्रति झुकाब उनके द्वारा सिर्फ नोटिस देने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पूर्व में मंडी सचिव द्वारा व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने को लेकर एक नोटिस जारी किया गया था जिसमे 7 दिवस का समय दिया गया था परन्तु नोटिस के 13 दिन बीतने के बाद भी मंडी व्यापारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। वही मंडी सचिव ने पुन एक नोटिस जारी कर दिया, जिसमे फिर से अतिक्रमण हटाने के लिए व्यापारियों को 7 दिवस का समय दे दिया गया। जिससे साफ़ समझ आता है की अधिकारीयों ने किसानों को व्यापारियों के भरोसे छोड़ दिया है इसकी शिकायत कई बार मंडी सचिव को किसान कर चुके हैं, लेकिन वो ध्यान देते ही नहीं।
किसान रामलाल ने बताया की मंडी शेड का उपयोग किसानो के लिए किया जाना चाहिए। परन्तु मंडी प्रबंधन तथा व्यापारियों की सांठगाँठ के चलते सारा खेल चल रहा है। जब किसानो के लिए सारे नियम दिखाए जाते है तो व्यापारियों को नियमों का पालन क्यूँ नहीं करवाया जाता है? मंडी अधिनियम के तहत 48 घंटों में शेड में रखे हुए माल का उठाव किया जाना चाहिए। परन्तु यहाँ व्यापारियों का माल हमेशा रखा ही रहता है।
इनका कहना है।
बताया की मुझे जानकारी नहीं थी की इस तरह का अतिक्रमण किया गया है। मै मंडी सचिव को नोटिस दे रही हूँ। नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
एसडीएम सरोज परिहार
सिवनी मालवा।
मेरे द्वार व्यापारियों को नोटिस जारी किए गए हैं अगर उसके। बाद भी व्यापारी अपना माल नहीं उठते हैं तो आगे की करवाई की जाएगी
दिनेश लोखंडे मंडी सचिव
सिवनी मालवा।
तो क्या हरदा जिला प्रशासन रेत माफियाओं के व्हाट्सएप्प ग्रुप से और वाहन चालकों से डरता है !