नोटिस की राशि बराबर है कम्पनी की तिमाही आय, नोटिस पर इन्फोसिस ने हमने बकाया GST जमा कर दिया –
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 नई दिल्ली : देश दुनिया मे चर्चित आईटी कम्पनी इन्फोसिस देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी है ।जिसे आयकर विभाग द्वारा लगभग 32,403 करोड़ रुपये की कथित जीएसटी चोरी के मामले में नोटिस मिला है।
विदेशो मे ब्रांच के खर्चो पर नोटिस –
कंपनी ने बीएसई को दी सूचना में कहा कि कर्नाटक राज्य जीएसटी प्राधिकरण ने लगभग 32,403 करोड़ रुपये जीएसटी (माल एवं सेवा कर) भुगतान को लेकर नोटिस दिया है। यह मामला जुलाई 2017 से मार्च 2022 के बीच का है। यह इन्फोसिस लिमिटेड के विदेशों में स्थित ब्रांच ऑफिसेज के खर्चों से संबंधित है।
इन खर्चो पर GST लागू नही होता –
कंपनी को जीएसटी इंटेलिजेंस के महानिदेशक से भी कारण बताओ नोटिस मिला है और अब कंपनी नोटिस का जवाब दे रही है। कंपनी का मानना है कि नियमों के मुताबिक ऐसे खर्चों पर जीएसटी लागू नहीं होता है।
हमारे द्वारा सभी GST बकाया जमा कर दिया है, इन्फोसिस –
इस सम्बंध मे कम्पनी ने कहा GST परिषद की सिफारिशों पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार विदेशी शाखाओं द्वारा भारतीय इकाई को प्रदान की जाने वाली सेवाएं जीएसटी के अंतर्गत नहीं आती हैं’’ कंपनी ने कहा, इन्फोसिस ने अपने सभी जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है, और इस मामले पर केंद्र और राज्य के नियमों का पूरी तरह से अनुपालन कर रही है।
जितने का नोटिस उतनी ही है तिमाही इन्कम –
जानकारी के अनुसार इन्फोसिस को जितने जीएसटी का नोटिस मिला है। यह उसका एक साल का मुनाफा है और तिमाही में कंपनी को तकरीबन इतनी ही कमाई होती है। आंकड़ों के अनुसार जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 39,315 करोड़ रुपये था। वहीं, इसका मुनाफा करीब 63,68 करोड़ रुपये रहा था।
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