मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। महगाई अपनी जगह स्थिर उसके दर के हिसाब से बढ़ती है जिसमें विशेषकर विश्वस्तरीय बाजार की कीमतों से प्रभावित होती हैं मगर हमारे देश में महंगाई और वस्तुओ को मूल्य कम ज्यादा यहां पर दलालो के हाथो में होता हैं यह लोग किसी भी वस्तु के मूल्य को प्रभावित करने की कोशिश करते है।
किराना वस्तुए जो दैनिक जीवन में सबसे ज्यादा उपयोगी होती है उनकी कीमतो पर खासा असर पड़ने वाला है। जब भी कोई धार्मिक त्योहार होता है उस समय किराना और खाद्य वस्तुओ की कीमतो में खासा इजाफा होता हैं। अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए व्यापारी व दलाल इन सबका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। अभी आगामी त्यौहार रक्षाबंधन का है तो अभी से व्यापारियों ने शक्कर के भाव बढ़ाने की रणनीति तैयार कर ली है। बढ़ती महंगाई से चिंतित सरकार ने अगस्त के लिए 2 लाख टन का अतिरिक्त शकर कोटा जारी किया है। अब अतिरिक्त कोटा मिलाकर अगस्त 2023 के लिए कुल कोटा 25.50 लाख टन हो गया है। अधिसूचना के अनुसार किसी भी शकर मिल ने अगस्त 2023 के लिए कोटा सरेंडर करने की सूचना नहीं दी है। इसलिए सभी मिलों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उल्लिखित कोटा 31 अगस्तए 2023 तक बेचा जाना चाहिए।
इसके अलावाए अतिरिक्त आवंटन सहित इस महीने के कोटा का कोई विस्तार नहीं किया जाएगा जिससे शकर के बढ़ते दामों को रोका जा सके। हालांकि ट्रकों की भारी किल्लत के साथ ही ट्रक भाड़े बढ़ाकर बोले जाने से खुले बाजार में मंगलवार को शकर की कीमतों में तेजी देखने को मिली। इंदौर में शकर मीडियम क्वालिटी 3880.3890 बेस्ट क्वालिटी 3925.3930 रुपये प्रति क्विंटल तक बोली गई। अतिरिक्त शकर कोटे का बाजार पर फिलहाल कोई प्रभाव नहीं देखा गया। हम थोक व्यापारी को छोड़ दे तो आमलोगो को शक्क्र जरुर महंगी मिलेगी।