शिक्षक नाम को शर्मसार किया कलयुगी शिक्षक बेटों ने जमीन के टुकड़े के लिए शिक्षक बेटों ने पिता को कागजों में बताया मृत , बुजुर्ग ने कलेक्टर से कहा अब बेटियो को दूँगा जमीन
एक पिता ने अपने जीवन में मेहनत कर बेटो को पढ़ा लिखाकर शिक्षक बनाया इन्ही बेटों ने पिता की जमीन लेने के लिए कागजो मे मृत बताया पिता को पता चला तो कलेक्टर से की शिकायत,
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 बालाघाट। जिले मे जमीन हथियाने के लिए तीन शिक्षक बेटों ने कागजों में अपने पिता को मृत बताया। पिता ने पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाया और तीनों शिक्षक बन गए। उन्हीं में से एक ने जमीन के लिए रिकॉर्ड में पिता को मृत बता दिया।
क्या है पूरा मामला
बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर उमरी गांव निवासी अनाराम भिमटे उम्रदराज होने के कारण किसी तरह चल पाते हैं। उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। उन्होंने खेती-किसानी करके तीनों बेटों को अच्छी शिक्षा दिलाई। बड़ा बेटा प्रभुदास भिमटे (67) शिक्षक के पद से सेवानिवृत्त हो चुका है। मंझला बेटा प्रोफेसर है, छोटा बेटा भी शिक्षक है। तीनों उनसे अलग रहते हैं, इसलिए उन्हें इस उम्र में अपनी बेटियों के घर का सहारा लेना पड़ रहा है। एक बेटी दिव्यांग है तो दूसरी विधवा है, जो उनके साथ रहती हैं।
बुजुर्ग लोगो के सहारे पहुंचा जनसुनवाई
इसकी जानकारी जब उसके लगभग 100 वर्षीय पिता अनाराम को हुई तो उनके पांव तले जमीन खिसक गई। इससे आहत बुजुर्ग ने मंगलवार को जनसुनवाई में अपनी पीड़ा बताई। कुछ लोगो की मदद से जन सुनवाई पहुंचे।बुजुर्ग अनाराम ने अधिकारियो को बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व उनकी पत्नी कारन बाई की मृत्यु हो गई। इसके बाद बड़े बेटे प्रभुदास ने उससे कहा कि पटवारी को दो हजार रुपये देने पड़ेंगे। वह मां के बजाय आपका नाम जमीन के रिकॉर्ड में चढ़ा देगा। इसके बाद प्रभुदास ने पटवारी को बताया कि पिता का देहांत हो गया है।
बेटियो को दूँगा अब जमीन
अनाराम ने बताया कि उनकी लगभग सवा एकड़ भूमि है, जो सड़क किनारे है। लालच में बेटे ने उनके साथ ये छल-कपट किया है। उन्होंने कहा कि अब मैं ये जमीन बेटों को नहीं, बल्कि मुझे सहारा देने वाली दोनों बेटियों को दूंगा।
इनका कहना है – शिकायत का आवेदन मिला है। जांच के लिए एडीएम को निर्देशित किया है। जांच करेंगे कि पुत्र ने किस तरह दस्तावेजों में गड़बड़ी कर पिता को मृत दर्शाया और पटवारी की इसमें क्या भूमिका है, फिर उचित कार्यवाही की जायेगी।
मृणाल मीना कलेक्टर बालाघाट