स्मारक के रूप में विकसित हो किशोर दा का घर , उड़ान किशोर फैंस क्लब पोस्टकार्ड अभियान चलाएंगे, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम लिखा जाएगा पत्र
खंडवा : देश के हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार के पुश्तैनी घर को बचाने के लिए खंडवा के युवा साथियों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत राज्य सरकार द्वारा किशोर दा के पुश्तैनी घर को हेरिटेज घोषित किया जाए और इस घर को राष्ट्रीय संग्रहालय संग्रहालय किशोर दा के नाम पर बनाया जाए , इसके लिए पूर्व में ही टीम गठित की गई थी जिसमें मनीष कुमार गुप्ता ,गणेश भावसार, संजय चौबे, कन्हैया मंडलोई ,मयंक पाराशर, प्रेमांशु जैन , हेमंत जोशी ,नितिन झावर, हर्ष उपाध्याय, ने खंडवा में किशोर दा के पुश्तैनी घर को राज्य सरकार हेरिटेज घोषित कर इस पर राष्ट्रीय संग्रहालय बनाएं ऐसी अपील की है इस वर्ष भी किशोर दा के जन्मदिन पर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा जाएगा
उड़ान किशोर फ्रेंड्स क्लब अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने राज्य सरकार से मांग की है कि हरफनमौला कलाकार खंडवा वाले किशोर दा को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाए और मध्य प्रदेश के खंडवा में उनके पैतृक घर को हेरिटेज घोषित कर राष्ट्रीय संग्रहालय बनाया जाए खंडवा के बॉम्बे बाजार में किशोर दा की जन्मस्थली है गांगुली हाउस। वक्त के साथ इस घरोहर को अतिक्रमण ने और जकड़ लिया है।कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को खंडवा में हुआ था और 13 अक्टूबर 1987 को मुंबई में उनकी मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार यहीं किया गया था। खंडवा वाले किशोर दा ने
अलग-अलग भाषाओं के 2900 से ज्यादा गानों में आवाज, 102 फिल्मों में अभिनय गीतों का लेखन, 15 फिल्मों की कहानी, 14 फिल्में बनाने और 12 फिल्मों का निर्देशन करने वाले हरफनमौला किशोर दा के पैतृक निवास गौरी कुंज को मध्य प्रदेश सरकार हेरिटेज घोषित कर इस भवन को किशोर दा के नाम पर स्मारक बनाएं देशभर के किशोर प्रेमी इस घर को संगीत का मंदिर मानते हैं इस घर की पूजा अर्चना करते हैं इसलिए राज्य सरकार को इस घर को हेरिटेज घोषित कर किशोर कुमार की याद में राष्ट्रीय संग्रहालय बनाया जाना चाहिए,खंडवा से किशोर दा को बेहद लगाव था। उन्होंने ने जब-जब स्टेज-शो किए, हमेशा संबोधन करते थे- “मेरे दादा दादियों। मेरे नाना-नानियों। मेरे भाई-बहनों, तुम सबको खंडवे वाले किशोर कुमार का राम-राम… नमस्कार। वे मुंबई की चकाचौंध से दूर खंडवा में ही बस जाना चाहते थे। किशोर दा के इस पैतृक मकान को 100 साल से अधिक हो चुके हैं इस पुश्तैनी मकान को उड़ान किशोर कुमार फ्रेंड्स क्लब इसे बचाने के लिए अब मध्य प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे हैं।फैन्स चाहते थे कि जिस घर में किशोर कुमार का बचपन बीता है वहां उनकी याद में राष्ट्रीय संग्रहालय बनवा दिया जाए।इस मकान के हर हिस्से में किशोर कुमार की यादें बसी हैं. लेकिन उचित देख-रेख के अभाव में किशोर कुमार का घर अब खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. जिस मकान में किशोर कुमार के गीत आबाद रहते थे, यहां आज सन्नाटा है. इस मकान का कोना-कोना मानो यही पुकार रहा है की कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन. कोई दुर्घटना ना हो जाए, इसलिए नगर पालिका खंडवा द्वारा कई बार प्रतिबंध का बोर्ड भी लगाया गया है . किशोर दा के इस पुश्तैनी घर को सरकार जल्द से जल्द हेरिटेज घोषित कर राष्ट्रीय संग्रहालय किशोर दा के नाम पर बनाया जाए |