खंडवा : दूसरों की जमीन को कूटरचित दस्तावेज बनाकर बेचने का खेल सफेदपोश नेता कॉलोनाइजर कर रहे, राजस्व विभाग का काम पुलिस कर रही – शिवसेना
खंडवा : जिले में अवैध कॉलोनाइजरों के साथ राजस्व विभाग की मिली भगत से कृषि की ग्रीन बेल्ट वाली भूमि पर कॉलोनिया काट दी गई। इसके अलावा दूसरों की जमीन को कूटरचित दस्तावेज बनाकर बेचने का खेल भी चल रहा है। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि राजस्व विभाग के पुराने रिकॉर्ड को अनदेखा किया जा रहा है। शिकायत के बाद अब इन पर कार्रवाई शुरू हो गई है। यही वजह है कि खंडवा जिले के मूंदी थाना अंतर्गत शिकायत होने के बाद जमीन बेचने वालों और खरीदार पर प्रकरण दर्ज हुआ। उक्त टिप्पणी करते हुए शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि भू-माफिया और अधिकारियों के गठजोड़ से मिलकर ऐसे संगठित अपराध हो रहे हैं । श्री भावसार ने आरोप लगाते हुए कहा कि संगठित होकर गुंडे, बदमाश, तथाकथित नेता और जिले के कुछ अधिकारी साथ मिलकर करते हैं। अगर किसी की जमीन व हक छुड़वाना हो तो ये सब मिलकर काम करते हैं। अगर आपके पास खंडवा शहर या इससे सटे गांवों के आसपास जमीन मकान व प्लॉट है तो आप सावधान हो जाएं। अगर आपकी संपत्ति में थोड़ी बहुत भी गलती मिली तो ये माफिया लोग अपने कब्जे में ले सकते हैं। पैसों के दम पर अधिकारियों के गठजोड़ से माफिया इतना बलवान हो गया है कि उसे किसी का डर नहीं है क्योंकि अधिकारी उसकी मुट्ठी में जो हैं।
इन पर कारवाई कब –
कूट रचित दस्तावेज बनाकर जमीन हथियाने वाले,अवैध कालोनी काटने वालों का साथ देने के लिए क्षेत्र के आर आई, पटवारी, तहसीलदार, जिम्मेदार है? इन पर साफ सुथरी छवि के तेज तर्राट संवेदनशील कलेक्टर अनूप सिंह कारवाई कब करेंगे। श्री भावसार में आगे कहा कि संगठित अपराध करने वालो का साथ देने वाले संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी पर सबसे पहले कार्रवाई होना चाहिए और ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारियों की संपत्ति की भी जांच की जाए। क्योंकि राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी 20-20 वर्षों से जिले में पदस्थ है। यही वजह है कि इस तरह का संगठित अपराध बेरोक टोक चल रहा है। शिवसेना जिला कलेक्टर से मांग करती है कि ऐसे भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने के लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एवं कर्मचारियों पर पहले कार्रवाई करें। ताकि अन्य भ्रष्टाचारियों पर भी लगाम लग सके। क्योंकि पुलिस विभाग ही कार्रवाई कर रही है और राजस्व विभाग मदमस्त है? जबकि संबंधित विभाग को पहले कार्रवाई करना चाहिए। इसी से समझा जा सकता है कि संबंधित विभाग संदेह के दायरे में है।
फिर एक मामले में कार्रवाई –
इधर जमीन फर्जीवाड़ा मामले में एक और प्रकरण दर्ज हुआ है। कोतवाली पुलिस ने फरियादी योगेश शर्मा निवासी इंदौर की शिकायत पर आरोपी योगेश पिता पतिराम चौहान निवासी रामनगर खंडवा, अब्दुल लतीफ पिता नसरूद्दीन खत्री निवासी नागचून रोड संजय नगर कालोनी खंडवा थाना मोघट रोड जिला खंडवा, मोहम्मद रफीक पिता मोहम्मद युसुफ खत्री निवासी वार्ड नं. 36 बापू नगर खानशाहवली खंडवा थाना मोघट रोड जिला खंडवा, मोहम्मद जुबेर पिता मोहम्मद निसार निवासी छीपा कालोनी खंडवा थाना मोघट रोड जिला खंडवा, अब्दुल गफ्फार पिता मेहमूद निवासी ग्राम खिराला थाना पंधाना जिला खंडवा के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 469, 471 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों ने ग्राम सिंगोट में मुख्य मार्ग की बेशकीमती कृषि भूमि के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जमीन बेचने की तैयारी कर ली थी।