ब्रेकिंग
किसान कांग्रेस ने मूंग खरीदी वाले वेयर हाउस पहुंचकर किया निरीक्षण। कई जगह मिली अनियमितता, किसान कांग... हंडिया: मत्स्याखेट प्रतिबंध के दौरान भी कर रहे मत्स्याखेट और फेसबुक स्टेटस पर भी डाल रहे, अनजान प्रश... हरदा: महिलाओं को आर्थिक सशक्त करने के लिए ‘एक बगिया मां के नाम’ उपयोजना शुरू हरदा: टिमरनी में यूनुस शाह ने कावड यात्रीयो के विषय में विवादित पोस्ट डाली, बजरंग दल के कार्यकर्ता ... मध्य प्रदेश का मौसम: आज 29 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट !  नर्मदपुरम सम्भाग में भी भारी बारिश हो स... सिराली के युवक का आरोप बुजुर्ग महिला दो व्यापारीयो के साथ मिलकर मकान और दुकान खाली कराने का दबाव बना... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 16 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे टिमरनी: 5 करोड़ की लागत से टिमरनी में बनेगा जनपद पंचायत भवन।  हार्ट अटैक: किशोरी रील बनाकर दोपहर को सोई तो उठी नही जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए!  कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में अ...

Kisan: किसान आन्दोलन के समर्थन नक्सलियों के पर्चे मिले! सरकार का खुफिया तंत्र सक्रिय किसने बाँटे पर्चे

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल। प्रदेश मे किसानो को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां किसानो को सरकार के विरोध मे भड़काने मे नक्सलियो का कनेक्शन होने की जानकारी मिल रही है।

किसान आंदोलन के समर्थन में पर्चे

जानकारी के अनुसार बालाघाट के रूपझर जंगल में नक्सलियों द्वारा किसानों को बरगलाने वाले पर्चे और बैनर मिले हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी ने एमएमसी जोन के किसानों से आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया है। पुलिस खुफिया तंत्र के जरिए नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है।

- Install Android App -

मप्र मे किसान आन्दोलन के समर्थन नक्सलियों के पर्चे

किसान आन्दोलन मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में सक्रिय है।अब किसान आंदोलन को अब मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जोन के नक्सली तूल दे रहे हैं। इधर मध्य प्रदेश के बालाघाट के रूपझर जंगल में नक्सलियों द्वारा फेंके गए दो पेज वाले पर्चे पुलिस को मिले हैं। पर्चे में किसानों को बरगलाने वाली बातें लिखी हैं। यह पर्चा प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी एमएमसी स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता की ओर से लिखा गया है। पर्चे में लिखा है कि देश के सभी किसान आंदोलन का समर्थन करें। आंदोलन स्थल के लिए कूच करें। इसके अतिरिक्त लाल रंग के बैनर भी जंगल में लगे मिले हैं। उनमें भी पर्चे वाली बातें लिखी हैं। पर्चे मिलने के बाद पुलिस ने खुफिया तंत्र को किसानों के बीच सक्रिय कर दिया है।

पुलिस पता करने में जुटी

पुलिस गुप्त तरीके से यह भी पता करने में जुटी है कि बैनर लगाने और पर्चा चिपकाने वाले कौन लोग हैं। यह भी नजर रखी जा रही है कि पर्चों में लिखी भाषा से किसान भ्रमित न हो जाएं।