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लाड़ली बहना अकेली नहीं! MP सरकार की इस दमदार योजना में गर्भवती महिलाओं को मिलते हैं सीधे ₹1400, जानिए कैसे उठाएं फायदा!

मध्य प्रदेश की गर्भवती महिलाओं के लिए खुशखबरी! जानें Janani Suraksha Yojana के तहत कैसे पाएं ₹1400 (ग्रामीण) या ₹1000 (शहरी) की आर्थिक मदद। पूरी प्रक्रिया और लाभ समझें।

दोस्तों, नमस्कार! मध्य प्रदेश सरकार अपनी बहनों, बेटियों और माताओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमेशा आगे रही है। आपने लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाड़ली बहना योजना के बारे में तो खूब सुना होगा, ये योजनाएं वाकई प्रदेश की शान हैं और अक्सर चर्चा में रहती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी सरकार की एक और बहुत महत्वपूर्ण योजना है जो खासकर गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं की सेहत का ख्याल रखती है? इस योजना का नाम है Janani Suraksha Yojana (जननी सुरक्षा योजना)।

क्या है जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana)?

सबसे पहले समझते हैं कि आखिर ये योजना है क्या? देखिए, सीधी सी बात है – Janani Suraksha Yojana मुख्य रूप से इसलिए शुरू की गई ताकि गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म (डिलीवरी) के समय आर्थिक रूप से मदद मिल सके। इसका सबसे बड़ा मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा डिलीवरी अस्पतालों में, चाहे वो सरकारी हों या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पताल, डॉक्टर या नर्स की देखरेख में हों।

सोचिए, जब डिलीवरी अस्पताल में होती है, तो माँ और बच्चे दोनों के लिए खतरा कम हो जाता है। किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर तुरंत इलाज मिल सकता है। इसी सुरक्षित डिलीवरी को बढ़ावा देने और इस दौरान होने वाले छोटे-मोटे खर्चों में मदद करने के लिए सरकार यह आर्थिक सहायता देती है। इस योजना का एक बड़ा लक्ष्य प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर (Maternal and infant mortality rate) यानी डिलीवरी के समय या उसके तुरंत बाद माँ या बच्चे की मृत्यु की आशंका को कम करना है। सरकार की कोशिश है कि हर माँ स्वस्थ रहे और हर बच्चा सुरक्षित दुनिया में आए।

कितनी मिलती है आर्थिक सहायता?

सरकार ने इसमें शहर और गांव में रहने वाली महिलाओं के लिए थोड़ी अलग-अलग व्यवस्था की है:

  1. ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाएं: अगर आप गांव में रहती हैं और आपकी डिलीवरी सरकारी या मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पताल में होती है, तो आपको ₹1400 की सीधी आर्थिक सहायता मिलेगी।
  2. शहरी क्षेत्र की गर्भवती महिलाएं: अगर आप शहर में रहती हैं, तो आपको इसी स्थिति में ₹1000 की आर्थिक सहायता मिलेगी।

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सिर्फ माँ को ही नहीं, साथ आने वाले साथी को भी मदद!

इस योजना की एक और अच्छी बात ये है कि इसमें सिर्फ गर्भवती महिला का ही नहीं, बल्कि डिलीवरी के समय उनके साथ अस्पताल आने वाले साथी (जैसे पति, सास या कोई और रिश्तेदार) का भी ध्यान रखा गया है।

  • ग्रामीण क्षेत्र में साथी को: ₹350 की सहायता राशि दी जाती है।
  • शहरी क्षेत्र में साथी को: ₹200 की सहायता राशि दी जाती है।

इतना ही नहीं, अस्पताल आने-जाने में जो परिवहन का खर्चा होता है, उसके लिए भी गर्भवती महिला के साथ आने वाले साथी को ₹250 तक की मदद मुहैया कराई जाती है। ये छोटी-छोटी लगने वाली रक़म उस मुश्किल घड़ी में काफी मददगार साबित होती है।

कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ? क्या कोई फॉर्म भरना है?

अब आप सोच रहे होंगे कि इस Janani Suraksha Yojana का फायदा लेने के लिए क्या करना होगा? क्या कोई लंबा-चौड़ा फॉर्म भरना पड़ेगा या किसी वेबसाइट पर जाना होगा? तो अच्छी खबर ये है कि प्रक्रिया काफी सरल है।

  • सरकारी अस्पताल: अगर गर्भवती महिला की डिलीवरी किसी सरकारी अस्पताल के जनरल वार्ड में होती है, तो आमतौर पर यह लाभ उन्हें वहीं मिल जाता है। अस्पताल का स्टाफ इसमें मदद करता है। इसके लिए अलग से कोई खास मशक्कत नहीं करनी पड़ती।
  • मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पताल: अगर डिलीवरी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी प्राइवेट अस्पताल में हो रही है, तो वहां आपको अपना BPL (गरीबी रेखा से नीचे) राशन कार्ड दिखाना पड़ सकता है। यह कार्ड आमतौर पर नीले या पीले रंग का होता है। BPL कार्ड दिखाने पर प्राइवेट अस्पताल में भी इस योजना का लाभ मिल जाता है।

यानी, आपको कहीं भागदौड़ करने की या ऑनलाइन आवेदन करने की जरूरत नहीं है। बस सही समय पर सही अस्पताल पहुंचना और अगर जरूरत हो तो अपना बीपीएल कार्ड साथ रखना है। आशा कार्यकर्ता (ASHA worker) भी इस प्रक्रिया में काफी मदद करती हैं।

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