मकड़ाई एक्सप्रेस 24 शिवपुरी : सिटी कोतवाली सीमा में स्थित नोहर कलां में रहने वाली एक दर्जन से अधिक महिलाएं आज फिर शराबबंदी को लेकर कलेक्ट्रेट पंहुची थीं। इससे पूर्व वह बस्ती के पास बिक रही कच्ची शराब की शिकायत करने आई थीं। अपनी शिकायत को लेकर महिलाओ ने बताया कि हमारे द्वारा कच्ची शराब की शिकायत के बाद कार्यवाही तो हुई नहीं उल्टा बंजारा लोग हमारे मोहल्लें में आकर हमे ही धमकी दे रहे हैं। पहले भी कच्ची शराब पीने से हमारी बस्ती के कई लोग मर चुके हैं और कुछ मरने के कगार पर हैं। मामला हरीकलां में आदिवासी बस्ती में रहने वाली बतीबाई आदिवासी ने बताया कि बंजारों के द्वारा बेची जा रही कच्ची जहरीली शराब पीने से कुछ लोग बीमार हो गए हैं। इसके बाद उनकी मौत हो गई है। अब कई बच्चों को कच्ची शराब पीने की लत लग चुकी है। आदिवासी बस्ती के लोग दिनभर मजदूरी करते हैं और फिर रात को कच्ची शराब पीकर घर पर हंगामा और मारपीट करते हैं।
इस प्रकार से बंजारा समाज के लोगों द्वारा अवैध शराब बनाकर हमारे मोहल्ले मे बिक्री करने से बस्ती का माहौल खराब हो रहा है। जब उन्हें शराब न बेचने की बात कही जाती है तो उनके तरफ से धमकी और कहीं पर भी शिकायत दर्ज कराने की बात कही जाती है। पिछली जनसुनवाई में इस पर एक शिकायत की गई थी | हालांकि कोई कार्रवाई नहीं हुई | जिससे बंजारों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। बंजारों की महिलाएं हमारी बस्ती में हमें धमकी भी दी हैं, कि कितनी भी शिकायत कर लो हमारा कुछ नहीं होगा। आज मंगलवार को फिर एक बार शिकायत लेकर सभी आदिवासी महिलाएं कलेक्टर से शिकायत करने पहुंची हैं और क्षेत्र में बेची जा रहे कच्ची शराब पर रोक लगाने की गुहार लगाई है।